जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने विकसित मध्य प्रदेश@2047 के अंतर्गत जबलपुर को विकसित जिला बनाने के लिये आज कलेक्ट्रेट में जन संवाद आयोजित किया।
जन संवाद में विकसित मध्य प्रदेश के विजन, प्राथमिक क्षेत्र में आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर, महिलाओं के लिये प्राथमिकतायें, फोकस क्षेत्र एवं पहल, किसान कल्याण, निम्न आय वर्ग के नागरिकों के लिये पहल, युवा शक्ति के लिये प्राथमिकतायें और जनजातीय विकास के लिये प्राथमिकताओं के साथ जिले के विकास के लिये अन्य प्राथमिताओं पर चर्चा कर सुझाव लिये गये।
जन संवाद के दौरान 2047 में जबलपुर कैसा होना चाहिए, इस पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों के विचारवान लोगों ने अपने-अपने सुझाव दिये। जिसमें विशेष रूप से जीवन की गुणवत्ता व प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने की रूपरेखा के साथ कृषि के आधुनिकीकरण, निवेश प्रोत्साहन व रोजगार, व्यापार, विकास व औद्योगिक संवर्धन पर सारगर्भित सुझाव मिले।
इसके साथ ही कुशल मानव संसाधन, गरीबी के स्तर में सुधार, सभी को कम दरों पर सुगम स्वास्थ्य, शिक्षा व त्वरित न्याय मिलने की कार्ययोजना पर सुझाव मिले। जिला स्तरीय जन संवाद में पंचायत व विकासखंड के साथ नगर निगम व आम नागरिकों से मिले सुझाव के बारे में भी बताया गया।
इस दौरान प्रबुद्धजनों ने कहा कि 2047 में विकसित जिला की परिकल्पना में ग्राम व जनपद स्तर पर वे सभी अधोसंरचनात्मक विकास हो, जिससे व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकताओं व सुविधाओं की आपूर्ति सुगमता से हो सके। प्रत्येक जनपद स्तर पर हेलीपेड बनाने, सभी बड़े शहरों से एयर कनेक्टीविटी, विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधायें सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। जिसमें कहा कि विकसित मध्य प्रदेश व विकसित जिला में समाज की अहम भूमिका रहे, समाज का हर व्यक्ति सशक्त रहे।
सुझावों की कड़ी में आर्थिक विकास का मास्टर प्लान, शिक्षा व उद्योगों के बीच समन्वय, सभी प्रकार के उद्योगों को सशक्त करने, 2047 की जनसंख्या को देखते हुये यातायात प्रबंधन, स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट गांव व ब्लॉक बनाने, कृषि आधारित समस्त उत्पादों व लोकल आर्ट का हब बनाकर गांव में शहर जैसी सुविधायें सुनिश्चित करने, डिजिटल मनी, हायर कनेक्टीविटी, जबलपुर में त्रिपुर सुंदरी महालोक बनाने, अर्बन फॉरेस्ट विकसित करने, मजदूरों के सम्मान व सुरक्षा सुनिश्चित करने, जिले को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के साथ मटर व सिंगाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट लगाने का सुझाव दिया गया।
इसके साथ ही वृद्धावस्था प्रबंधन, महिला अपराधों को रोकने, बायो मेडिकल इंजीनियरिंग को बढ़ावा देने, नवकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने आदि के संबंध में विस्तृत सुझाव देकर 2047 में जबलपुर को एक विकसित जिला बनाने की परिकल्पनायें की गई। कृषि क्षेत्र में यंत्रीकरण को बढ़ावा देने तथा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने के संबंध में चर्चा की गई। निम्न आय वर्ग के नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने व उनके लिये रोजगार के संबंध में भी जन संवाद में कई बहुमूल्य सुझाव मिले।