MPPKVVCL में आये बाहरी जूनियर अधिकारी को लेकर भारी बवाल, मंत्रालय तक मचा हड़कंप

मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में एक बार फिर इन हाउस अधिकारी वर्सेस बाहरी अधिकारी के मुद्दे को लेकर बवाल मच गया है, जिसके बाद ऊर्जा मंत्रालय तक हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले ने तूल तब पकड़ा, जब बाहर से आये ब्यूरोक्रेसी के एक जूनियर अधिकारी के अधीनस्थ कंपनी के एक मोस्ट सीनियर अधिकारी को पदस्थ किया जाने लगा। जानकारी के अनुसार कंपनी के वित्त और लेखा विभाग में पदस्थ अतिरिक्त निदेशक एवं मुख्य मुख्य वित्तीय अधिकारी मुकुल मेहरोत्रा को वित्त विभाग के उप संचालक अशफाक परवेज़ कुरेशी के अधीनस्थ पदस्थ किए जाने का कुषड्यंत्र के बाद विद्युत कंपनी के अधिकारियों में खासा आक्रोश देखा जा रहा है।

गौरतलब है कि मुकुल मेहरोत्रा ने अपनी 33 वर्ष की सेवा में से 25 वर्ष की सेवा मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के वित्त और लेखा विभाग में दी है एवं वह पिछले 6 वर्ष से मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड के मुख्य वित्तीय अधिकारी पद पर पदस्थ रहे हैं। पूर्व क्षेत्र कंपनी ने मुकुल मेहरोत्रा अतिरिक्त निदेशक एवं मुख्य वित्तीय अधिकारी मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड जबलपुर के नाम का प्रस्ताव पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी के पद पर ऊर्जा विभाग को भेजा था, जिस पर अवर सचिव  ऊर्जा विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा 24 अगस्त 2021 को उनकी पदस्थापना का आदेश जारी किया गया था। जिस पर मुख्य महाप्रबंधक मानव संसाधन एवं प्रशासन पूर्व क्षेत्र द्वारा तत्कालीन एमडी वी किरण गोपाल की नोटशीट में स्वीकृति प्राप्त कर 2 सितंबर 2021 को मुकुल मेहरोत्रा का मुख्य वित्तीय अधिकारी के पद पर पूर्व क्षेत्र कंपनी के लिए आदेश जारी किया गया था।

वहीं बताया जा रहा है कि अशफाक परवेज़ कुरैशी की भर्ती वर्ष 2009 में बतौर लेखाधिकारी हुई थी, जबकि पूर्व क्षेत्र कंपनी में वर्ष 2007 के कई लेखाधिकारी जो कि वर्तमान में उप संचालक पद का 8 वर्ष का अनुभव रखते हैं कि उनके पदस्थ होने के बावजूद भी एक कनिष्ठ एवं डिस्कॉम के बाहर के अधिकारी को दो पद लांघकर मुख्य वित्तीय अधिकारी जैसे वरिष्ठ अधिकारी का पद देकर उपकृत किया जा रहा है। अशफाक कुरैशी पूर्व में नगर निगम कटनी में उप संचालक के पद पर पदस्थ रहे हैं।

कंपनी के पूर्व एमडी वी किरण गोपाल द्वारा अशफाक कुरैशी को पूर्व क्षेत्र में ज्वाइन नहीं करने दिया गया था। वी किरण गोपाल के हटने के बाद द्वारा बिना कम्पनी प्रबंधन के संज्ञान में लाये अशफाक कुरैशी ज्वाइन करा दिया गया। जिसके बाद पूर्व क्षेत्र कंपनी के मुख्यालय शक्ति भवन में पदस्थ सभी लेखा अधिकारी उपसंचालक एवं ज्वाइन डायरेक्टर तथा मुख्य वित्तीय अधिकारी द्वारा एमडी अनय द्विवेदी को अपनी पीड़ा से अवगत कराया गया है तथा निवेदन किया गया है की इस प्रकार से कनिष्ठ अधिकारी को पदस्थ कर उनके साथ अन्याय ना किया जाए, अन्यथा की स्थिति में सभी वित्त और लेखा विभाग के अधिकारी विरोध करेंगे। जिस पर एमडी द्वारा सभी अधिकारियों को आश्वासन दिया गया है।

इसके अलावा पूर्व क्षेत्र कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारी संगठनों ने भी कंपनी के मोस्ट सीनियर अधिकारी को बाहर से आये जूनियर अधिकारी के अधीनस्थ पदस्थ किये जाने का विरोध करते हुए मानव संसाधन विभाग की मंशा पर सवाल खड़ा किया है। साथ ही अधिकारी एवं कर्मचारी संगठनों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर इस तरह के कृत्य पर रोक लगाने की मांग की है।