इन्दौर (हि.स.)। कलेक्टर आशीष सिंह की पहल पर इंदौर में नागरिकों को उनकी संपत्ति का वास्तविक मालिकाना हक दिलाने के लिये पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में अनुकरणीय अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के तहत शहर के ऐसी अवैध कॉलोनियां जिन्हे राज्य शासन के निर्देशानुसार वैध किया गया है, वहां के रहवासियों की संपत्ति की रजिस्ट्री कराई जाएगी। यह जानकारी सोमवार को जनसम्पर्क अधिकारी महिपाल अजय ने दी।
उन्होंने बताया कि इसके लिये अभी पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर यह कार्य वार्ड नम्बर 31 में स्थित शीतल नगर रेडिसन होटल के पास तथा वार्ड नम्बर 30 में स्थित मालवीय नगर हेतु किया जाएगा। इन स्थानों पर बेहतर परिणाम प्राप्त होने के उपरांत अन्य क्षेत्रों में भी बढाया जा सकेगा।
कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा आम जनता के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है कि- कई वर्षों से अविवादित सम्पत्ति की नोटरी के माध्यम से मालिक बने आमजन को अब नगर पालिका की सम्पत्ति कर रसीद तथा असेस्मेंट के आधार पर पंजीयन कार्यालय में अपने दस्तावेज का पंजीयन कराया जा सकेगा। ऐसे भूस्वामी जिनके पास मालिकाना हक की पुरानी नोटरी है वे उसके आधार पर आगे के दस्तावेज जैसे दान, विक्रय, सहस्वामी आदि दस्तावेज पंजीयन कार्यालय में पंजीयन करा सकेंगे।