पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लागू होने के बाद मालवा और निमाड़ में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन करने वाले उपभोक्ताओं की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही हैं। अब पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीन 15 जिलों में 23800 स्थानों पर रूफटॉप सोलर नेट मीटर योजना के तहत बिजली उत्पादन हो रहा हैं।
मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि पिछले 10 माह में करीब 11 हजार से ज्यादा उपभोक्ता रूफटॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़े हैं। इनमें आधे से ज्यादा पीएम सूर्यघर योजना से संबंधित हैं।
सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत जो भी उपभोक्ता अपने यहां सोलर पैनल्स लगा रहे हैं, उनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से सीधे सब्सिडी मिल रही है। केंद्र से मालवा निमाड़ के पात्रता वाले बिजली उपभोक्ताओं को पीएम सूर्यघर की सब्सिडी मिलने का दौर सतत जारी है।
सुश्री रजनी सिंह ने बताया की पीएम सूर्यघर योजना में पात्र उपभोक्ता को अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी मिलती है। इसमें एक किलोवाट के संयंत्र के लिए 30 हजार, दो किलोवाट के संयंत्र के लिए 60 हजार एवं तीन किलोवाट के संयंत्र के लिए अधिकतम 78 हजार की सब्सिडी देय हैं। तीन किलोवाट से ज्यादा का संयंत्र भी लगाया जा सकता है, लेकिन अधिकतम सब्सिडी 78 हजार ही मिलेगी।
कंपनी क्षेत्र में कुल 23800 उपभोक्ता सूरज की किरणों से बिजली तैयार कर रहे हैं। इसमें 23300 निम्न दाब श्रेणी के एवं 500 से ज्यादा उच्चदाब श्रेणी के उपभोक्ता शामिल हैं। रूफटॉप सोलर मीटर से जुड़े उपभोक्ताओं की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 214 मेगावाट से अधिक हो चुकी हैं।
प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने बताया कि इंदौर मध्य शहर, बायपास, सुपर कॉरिडोर इत्यादि क्षेत्र में 13600 उपभोक्ता अब तक रूफटॉप सोलर नेट मीटर योजना से जुड़ चुके हैं। इसके बाद उज्जैन जिले में 2480, देवास जिले में 1380, रतलाम जिले में 935, खरगोन जिले में 930 उपभोक्ता सूरज की किरणों से पैनल्स के माध्यम से अपने परिसरों में बिजली तैयार कर रहे हैं। अन्य जिलों में इनकी संख्या 750 से 650 के बीच हैं।