मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रान्तीय संयोजक मुकेश सिंह ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि पनागर विकास खण्ड के बेलखाडू संकुल केन्द्र में भ्रष्टाचार व अनियमित्ताओं का अड्डा बना हुआ है।
संकुल प्राचार्य व लिपिक की मिली भगत, हठधर्मिता व तानाशाही के कारण संकुल में पदस्थ अध्यापकों के कमोन्नति आदेश जारी होने के लगभग दो वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी एरियसज़् राशि का भुगतान नहीं किया गया है और न ही अध्यापकों को 7वें वेतनमान की एरियर्स की पहली किस्त 31 मार्च तक दिये जाने के आदेश को भी ठेंगा दिखाते हुए भुगतान नहीं किया गया है।
बेलखाडू संकुल भ्रष्टाचार व अनियमित्ताओं का अड्डा बन गया है, एरियर्स तो छोडिये अध्यापकों को हर माह वेतन भी समय पर नहीं दिया जा रहा है। संकुल प्राचार्य व लिपिक पर इतनी अनियमितताओं के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से लंबित प्रकरणों का अंबार सा लग गया है।
संघ के मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, तरूण पंचौली, मनीष चौबे, श्यामनारायण तिवारी, प्रणव साहू, राकेश पाण्डेय, राकेश दुबे, मनीष लोहिया, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, प्रियांशु शुक्ला, सुदेश पाण्डेय, मनीष शुक्ला, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, ब्रजेश गोस्वामी, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिस्ती, पवन ताम्रकार, आदित्य दीक्षित, संतोष कावेरिया, जय प्रकाश गुप्ता, सतीश पटैल, मनोज पाठकर, राजीव पाठक, आशीष जैन आदि ने कलेक्टर से मांग की है कि जंगलराज व भ्रष्टाचार का केन्द्र बने बेलखाडू संकुल केन्द्र के प्राचार्य व लिपिक पर कार्यवाही करते हुए लंबित प्रकरणों का निराकरण कराने का कष्ट करें।