जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने उपार्जित धान के भंडारण की व्यवस्था और समस्याओं के संबंध में वेयर हाउस संचालकों के साथ विचार विमर्श किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता किसानों की है, जिसमें वे परेशान न हो, उपार्जन का मुख्य उद्देश्य पीडीएस के उपभोक्ताओं को राशन सुनिश्चित करना है। उपार्जन सिर्फ भंडारण के लिए नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि इस कार्य में जिला प्रशासन व वेयर हाउस सिर्फ एक ऐजेंसी के रूप में कार्य करते हैं। किसानों का सीधा संपर्क वेयर हाउस से नहीं होता है। अत: सभी को मिल जुलकर शासन के कार्यों में सहभागिता करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वेयर हाउस संचालक यदि गड़बड़ी करता है तो एफआईआर करने के पहले वेयर हाउस एसोसिएशन से चर्चा की जायेगी तथा गड़बड़ी सुधारने का अवसर दिया जायेगा। हम सभी एक सिस्टम के अंग है तो सिस्टम के अनुसार ही काम करना पड़ेगा।
वेयर हाउस एसोसिएशन से विस्तृत चर्चा के बाद कलेक्टर ने कहा कि वेयर हाउस की समस्याओं को सुलझाने की दिशा में जिला प्रशासन काम करेगा। उनके रूके हुए भुगतान को दिलाने के लिए सतत प्रयास किया जायेगा और इस संबंध में प्रतिदिन आधा घंटा वेयर हाउस संचालकों के साथ बैठक भी की जायेगी।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि बड़े अभियान में किसानों के हित को देखते हुए वेयर हाउस संचालकों को जो जिम्मेदारियां दी गई हैं उनका वे निर्वाहन करें। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि सहकारी समिति के कर्मचारियों के पहचान पत्र बनाये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस वेयर हाउस में रखे गये धान या गेहूं शत-प्रतिशत सही है, उनका भुगतान में व्यवधान नहीं आना चाहिए। साथ ही कहा कि खराब माल है, उसका भुगतान नहीं किया जायेगा।