जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज लंबित पत्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह, नाथूराम गौड़ सहित सभी जिला अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने कहा कि जनकल्याण अभियान एक महत्वकांक्षी अभियान है। अत: इस अभियान में प्राप्त आवेदनों का तत्परता से निराकरण करें।
उन्होंने कहा कि जिले में 527 शिविर आयोजित होने हैं, जो अभी लगभग 53 प्रतिशत शिविर आयोजित किये जा चुके हैं। सभी शिविरों में अधिकारी तत्परता के साथ प्राप्त आवेदनों का निराकरण करें। प्राप्त आवेदनों के निराकरण के आधार पर ही अभियान में रैंकिंग तय होगी।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्व महाअभियान की गंभीरता को समझें और इस पर भी फोकस कर प्रकरणों का निराकरण करें। इसके अलावा उन्होंने निर्देश दिया कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करें, क्योंकि इसी से जिले की रैंकिंग तय होती है। साथ ही कहा कि अगले सोमवार से सबसे पुराने पांच प्रकरणों की समीक्षा की जायेगी। अत: अभी से एल-1 अधिकारी को यह निर्देशित कर दें कि इस दिशा में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
बैठक में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा की गई जिसमें विगत वर्ष मूंग उपार्जन के भुगतान के सत्यापन करने, तुलावटी की अनुकंपा नियुक्ति, भू-अर्जन के प्रकरण आदि शामिल थे। कलेक्टर ने कहा कि मूंग उपार्जन भुगतान के लिए जांच टीम गठित कर अतिशीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि टीबी के मरीजों को समुचित पोषण सुनिश्चित कराने के लिए सभी अधिकारी फूड बास्केट देने की पहल करें। फूड बास्केट में पोषण युक्त सामग्री हो। निक्षय मित्र बनने की दिशा में कार्य करें, ताकि मरीजों को अतिरिक्त पोषण आहार मिलने में सहायता मिल सके।
इस अवसर पर सीएमएचओ ने कहा कि निक्षय मित्र बनने की दिशा में कई व्यापारी व संस्थान अपना सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने फूड बास्केट का प्रदर्शन कर सभी अधिकारियों से भी इस दिशा में कार्य करने की आपेक्षा व्यक्त की।