जबलपुर (हि.स.)। जबलपुर कमिश्नर अभय वर्मा ने आदेशों की अवहेलना और निरंतर पद के दुरुपयोग को देख पीएसएम कॉलेज के प्राचार्य आर.के. स्वर्णकार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कमिश्नर ने आदेश में उन सभी आदेशों का जिक्र किया है जिनकी अवहेलना प्राचार्य स्वर्णकार ने की थी।
जानकारी के अनुसार शासकीय माध्यमिक शाला धमेटा विकास खंड चिचली जिला नरसिंहपुर के इंद्र भूषण सिंह राजपूत जो कि माध्यमिक शिक्षक हैं ने अपने निलंबन से बहाली होने हेतु संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर को अध्यावेदन प्रस्तुत किया था। उनके इस अभ्यावेदन पर लंबे समय तक जब कोई निराकरण नहीं हुआ तो उन्होंने इस संबंध में पत्राचार किया, तो ज्ञात हुआ कि कमिश्नर कार्यालय जबलपुर द्वारा प्राचार्य स्वर्णकार से प्रकरण के संबंध में जानकारी मांगी गई थी परंतु स्वर्णकार ने अभ्यावेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की। जिस पर यह स्पष्ट हुआ कि प्राचार्य स्वर्णकार द्वारा प्रकरण में जानबूझकर अनावश्यक विलंब किया गया है।
इसी तरह प्रगति शैक्षिक अध्ययन संस्थान की डॉक्टर ज्योति खरे जो की व्याख्याता हैं उनके प्रकरण में भी प्राचार्य स्वर्णकार द्वारा लापरवाही की गई, एवं अपने पद का दुरुपयोग किया। इसी प्रकार प्रगति शिक्षण संस्थान की उच्च माध्यमिक शिक्षक मेघना सिंह ठाकुर के मामले में भी उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना कर्तव्य के प्रति लापरवाही सामने आई। प्राचार्य आरके स्वर्णकार द्वारा अपने पद के बार-बार दुरूपयोग करने को लेकर उनको निर्देश दिए गए थे कि अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाएं परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया। जिसके चलते उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग रहेगा। इस निलंबन की अवधि में स्वर्णकार को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता भी रहेगी। इनके निलंबन के बाद डॉक्टर राममोहन तिवारी प्राचार्य शासकीय पूर्व माध्यमिक परीक्षा संस्थान जबलपुर को अपने कार्य के साथ-साथ अस्थाई रूप से प्राचार्य प्रगति शिक्षण अध्ययन संस्थान जबलपुर का भी प्रभार सौंपा गया है।