Thursday, December 26, 2024
Homeएमपीआंदोलन की चेतावनी के साथ 27 माह के एरियर के लिए जबलपुर...

आंदोलन की चेतावनी के साथ 27 माह के एरियर के लिए जबलपुर मेडिकल कॉलेज के कर्मियों ने डीन को सौंपा ज्ञापन

मध्य प्रदेश चिकित्सा शिक्षा कर्मचारी संघ के संयोजक वीरेंद्र तिवारी ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में व्याप्त समस्याओं को लेकर आज प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री एवं प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के नाम अधिष्ठाता डॉक्टर नवनीत सक्सेना को ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में कहा गया कि मप्र शासन के संदर्भित पत्र द्वारा केवल शासकीय स्वशासी चिकित्सा महाविधालय के चिकित्सक संवर्ग को 7वें वेतनमान का वास्तविक लाभ 01/04/2018 के स्थान पर 01/01/2016 से देना प्रस्तावित करते हुए वित्त विभाग से परामर्श उपरांत भुगतान हेतु निर्देशित किया गया है, जबकि समस्त स्वशासी कर्मचारियों को इससे वंचित किया जा रहा है जो कि अत्यंत भेदभावपूर्ण है। जबकि शासन की समस्त मरीज हितार्थ योजनाएं एवं कार्य समस्त चिकित्सा महाविद्यालय के कर्मचारियों द्वारा क्रियान्वित किया जाता है।

संघ की मांग है कि 7वें वेतनमान का वास्तविक लाभ बिना भेदभाव के चिकित्सा महाविद्यालय के सभी कार्यरत संवर्गो को प्रदान करने हेतु आदेश प्रसारित करने का कष्ट करें, नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जबलपुर के अंतर्गत पदस्थ समस्त कर्मचारियों की सर्विस बुक के वेरीफिकेशन हेतु उचित निर्देश अविलंब प्रसारित किया जाए, नेताजी सुभाष चंद्र बोस महाविद्यालय एवं चिकित्सालय जबलपुर के अंतर्गत पदस्थ समस्त कर्मचारियों की पूर्व में काटी गई सीपीएफ की राशि पूर्ण ब्याज के साथ अविलंब संबंधित कर्मचारी के एनपीएस अकाउन्ट में जमा की जावे, आयुष्मान भारत योजना की वर्तमान में देय प्रोत्साहन राशि के लाभ से योजना में रिकार्ड संधारण एवं मरीज के क्लेम इत्यादि का महत्वपूर्ण कार्य करने वाले लिपिकीय संवर्ग हेतु योजना में प्रोत्साहन राशि का प्रावधान करते हुए उक्त संवर्ग को भी लाभ देने हेतु उचित आदेश प्रसारित किया जाए। संघ द्वारा कर्मचारियों की न्यायोचित मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए उचित निराकरण किया जाए।

साथ ही कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि 15 दिवस के अंदर कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण हेतु उचित निर्देश पारित करने करें, अन्यथा कर्मचारी अपनी मांगों के समर्थन में धरना-प्रदर्शन, आंदोलन कामबंद हड़ताल आदि जैसी अप्रिय स्थिति के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान ऋषि दुबे, राकेश चौरसिया, सचिन साहू, अक्षय नागरिया, सुरेश बाल्मीक, कमल मुदगल, साहिल सिद्दीक़ी, विजय तिवारी, रीतेश शुक्ल, विवेक पटेल, राकेश यादव, कन्हैया लाल, जीतेन्द्र पांडेय, राबिया अंसारी, प्रियंका मेहता, पूनम गुप्ता, अरुण चतुर्वेदी, अजय दुबे, विपिन पीपरे, रविंद्र राय, राजू मस्के, प्रशांत श्रीवास्तव, अमित तंतुवाय, प्रशांत विंजोलिया, ब्रज पुनासे, आशीष परोहा, ओम पंगरा, परितोष पाठक, शैलेन्द्र पाटिल, वर्षा रानी, अमिता झा, संतराम मरावी, गोपाल नेमा, घनश्याम पटेल, अनिल समुद्रे, गणेश अहिरवार, देवेंद्र अहिरवार, कमलेश बैन्डे, हेमराज विश्वकर्मा, सुकून शर्मा, राजेश भारद्वाज सहित भारी संख्या में कर्मचारी साथी उपस्थित रहे।

संबंधित समाचार

ताजा खबर