मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना सीएम राईज स्कूल, जो केन्द्रीय विद्यालय एवं बड़े पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर खोले गये हैं, इन शालाओं में पदस्थ प्राचार्य एवं शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य जैसे चुनाव, जनगणना, संकुल व्यवस्था, परीक्षा केन्द्राध्यक्ष, मुल्यांकन आदि कार्यों से मुक्त रखते हुए केवल पढ़ाने के अतिरिक्त कोई कार्य नहीं करना है।
किन्तु जिले के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा शासन की इस महत्वकांक्षी योजना में पलीता लगाते हुए सीएम राईज स्कूल बरेला के प्राचार्य को इन्सपायर अवार्ड योजना की नोडल अधिकारी बनाकर बाबूगिरी कराई जा रही है। जिससे सीएम राईज बरेला में जंगलराज मचा हुआ है। इसके साथ ही मॉडल स्कूल में इंस्पायर अवार्ड में आये छात्रा-छात्राओं के आवास एवं भोजन की व्यवस्था की गई है, जिससे मॉडल स्कूल के बच्चे कक्ष छोड़ बाहर में मैदान में पढ़ाई करनी पढ़ रही है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, नरेन्द्र दुबे, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, बृजेश मिश्रा, गोविन्द विल्थरे, डीडी गुप्ता, चन्दु जाउलकर, संजय उपाध्याय, एसपी बाथरे, वीरेन्द्र चन्देल, राकेश राव आदि ने जबलपुर संभाग के कमिश्नर एवं संयुक्त संचालक शिक्षा से मांग की है कि शासन योजनाओं का मजाक बनाने वाले प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी एवं सीएम राईज स्कूल बरेला के प्राचार्य को निलंबित किया जावे।