मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष अटल उपाध्याय ने शिक्षा विभाग में मची अंधेरगर्दी और अनैतिक कार्यों पर रोष व्यक्त किया है। चहेतों को पद बांटने वाले विभाग में सहायक शिक्षकों को मूल्यांकन प्रभारी बनाकर उच्च शिक्षकों का अपमान करने की करतूतों की कर्मचारियों द्वारा निंदा की जा रही है। जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश का सहारा लेकर मूल्यांकन केंद्र प्रभारी ने भी अंधेरगर्दी के खेल में शामिल होकर 10 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया है। नोटिस द्वारा 23 तारीख तक जवाब मांगा गया है।
मूल्यांकन केंद्र पंडित विष्णु दत्त शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिहोरा को पांचवी एवं आठवीं का मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। जहाँ मूल्यांकन कार्य चल रहा है, मूल्यांकन कार्य में अनुपस्थित रहने वाले लोक सेवकों को स्पष्टीकरण जारी किया गया। जिसमें उत्कृष्ट विद्यालय सिहोरा के अंतर्गत आने वाली शासकीय शालाओं के 3 शिक्षकों, संकुल यशोदा बाई खितौला के अंतर्गत आने वाली शालाओं के 3 शिक्षकों, मढ़ा संकुल के 2 शिक्षकों एवं शास. क. उमावि सिहोरा व लालचंद स्कूल के एक-एक शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में अनुपस्थित रहने के कारण कारण पूछा गया है।
संयुक्त मिर्चा के संरक्षक योगेन्द्र दुबे ने बताया है मूल्यांकन केंद्र प्रभारी ने शिक्षकों को जो नोटिस जारी किया है, उसमें शिक्षकों को स्पष्टीकरण के साथ उपस्थित होकर अनुपस्थिति का कारण 23 तारीख को बताने के लिए कहा गया है, जबकि उक्त अवधि तक मूल्यांकन कार्य समाप्त हो जायेगा। मूल्यांकन केंद्राध्यक्ष को सूचना न देकर खुद प्रभारी द्वारा स्पस्टीकरण नोटिस जारी किया जाना जिला शिक्षा अधिकारी की निकम्मी व्यवस्था को जाहिर कर रहा है।
मध्य प्रदेश अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला अध्यक्ष अटल उपाध्याय, सजाक्स के योगेश चौधरी, मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष नरेश शुक्ला, देव दोनेरिया, प्रशांत सोंधिया, विश्वदीप पटैरिया, रविकांत दहायत, संतोष मिश्रा, यूएस करोसिया, संजय गुजराल, प्रदीप पटैल, मुकेश मरकाम, राकेश उपाध्याय, बीरेंद्र चंदेल, अर्जुन सोमवंशी ने जूनियर कर्मी को वरिष्ठ पद का कार्य देकर सीनियर को अपमानित करने की कार्यवाही की निंदा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित करने की माँग की है।