मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यापक प्रकोष्ठ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि बीएड सत्र 2019-21 के 215 छात्र अध्यापकों के पीएसएम कॉलेज से बीएड उत्तीर्ण होने के बाद 30 जून 2021 को सभी को कार्यमुक्त कर दिया गया है।
छात्रों का परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद भी आजतक छात्रों की कॉशनमनी की राशि वापिस नहीं की गई, जबकि उसी केम्पस में लगने वाले राज्य विज्ञान संस्थान के छात्रों को कॉशनमनी की राशि उनके बैंक खातों में जमा करा दी गई है। वहीं पीएसएम प्राचार्य व बाबूओं की लापरवाही के कारण कॉशनमनी वापसी की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, लाखों रुपये कॉशनमनी का वापसी में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है, ताकि कॉलेज प्रबंधन उक्त राशि का ब्याज वसूल सके।
संघ के मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, मनीष चौबे, नितिन अग्रवाल, गगन चौबे, श्यामनारायण तिवारी, दुर्गेश पांडे, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, प्रणव साहू, सुदेश पाण्डे, मनीष लोहिया, धीरेन्द्र सोनी, मो. तारिक, अभिषेक मिश्रा, देवदत्त शुक्ला, सोनल दुबे, आनंद रैकवार, विनय नामदेव, पवन ताम्रकार, राकेश पांडे, मनीष शुक्ला, शुभसंदेश सिंगरहा, राजकुमार सिंह, मुकेश रजक, विजय कोष्टी, अब्दुल्ला चिश्ती, मनोज पाटकर, अनुराग मिश्रा, राजीव पाठक आदि ने एक मांग पत्र आयुक्त राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल को भेजकर मांग की है कि कॉशनमनी के साथ-साथ छात्रों द्वारा दी गई कोरोनाकाल की अन्य फीसें भी सभी छात्रों को वापिस की जाए।