मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिला शाखा अध्यक्ष अरवेन्द्र राजपूत ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जिले में कोविड टीकाकरण व्यापक तरीके से चल रहा है इस टीकाकरण का प्रमुख उद्देश्य 45 वर्ष की से अधिक आयु वर्ग के सभी नागरिकों का टीकाकरण शतप्रतिशत करना है, जिसे एक अभियान के रूप में चलाया जा रहा है।
कोविड टीकाकरण अभियान सप्ताह में सातों दिन जबलपुर जिले के जिला चिकित्सालय, समुदायिक स्वास्थ्य केन्दों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों व फीवर क्लीनिकों में निरंतर चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना गाईड लाईन को ठगा दिखाते हुए टीकाकरण अभियान में लगे स्वास्थ्य कर्मचारियों को सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे है।
टीकाकरण हेतु उन्हें आवश्यक संसाधन जैसे सैनिटाइजर, मास्क, ग्लब्ज, पीपीई किट व स्वास्थ्य केन्द्रों में पेरासिटामोल की गोलियों का भी अभाव है जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कर्मियो को ग्रामीण जनों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है।
सुरक्षा संसाधनों के अभाव के चलते कोरोना संक्रमण के इस दौर मे अनेकों कर्मचारियों पर संक्रमण का खतरा मण्डरा रहा है, कई कर्मचारी संक्रमण का शिकार भी हो चुके है जिससे कर्मचारियों में आकोश के साथ ही भय का माहोल व्याप्त हैं।
संघ के अरवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डेय, वीरेन्द्र तिवारी, धनश्याम पटेल, अजय दुबे, मुकेश धनगर, बालक पाण्डेय, राकेश सेंगर, संतकुमार छीपा, देवेन्द्र प्रताप सिंह, श्रीराम झारिया, मथुरा झारिया, एस.बी. मिश्रा, प्रमोद पासी, बब्लू ठाकुर, राकेश राव, सतेन्द्र ठाकुर, श्याम नारायण तिवारी, नितिन शर्मा, संतोष तिवारी, मो. तारिक, धीरेन्द्र सोनी, मनोज पाठकर, प्रियाशु शुक्ला, ब्रजेश गोस्वामी आदि ने एक पत्र कलेक्टर व मुख्य चिकित्सा अधिकारी जबलपुर को देने के साथ ही मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव, मध्य प्रदेश शासन को ई-मेल के माध्यम से भेजकर कोरोना टीकाकारण कार्य में लगे कर्मचारियों को आवश्यक सुरक्षा संसाधन व दवाईयों की आपूर्ति शासन की गाईड लाईन के अनुसार नहीं करने वाले दोषी अधिकारियों पर अनुशासनात्मक व दण्डात्मक कार्यवाही की मांग की गई है।