भोपाल (हि.स.)। सबके कल्याण के लिये सदैव संवेदनशील मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य की सभी लाड़ली बहनों को दो नई सौगातें दी हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहनों को पहले राखी की नेग के रूप में 250 रुपये की सौगात देने की घोषणा की, फिर 30 जुलाई को सभी लाड़ली बहनों को रसोई गैस 450 रुपए में देने की घोषणा कर बहनों को दोगुनी खुशी से सराबोर कर दिया है। पवित्र सावन माह में मिलने वाली इन दो नई सौगातों से प्रदेश की सभी लाड़ली बहनें बेहद खुश हैं।
लाड़ली बहना योजना से हर महीने 1250 रुपए पाने वाली बहनों को राज्य सरकार की ओर से 250 रुपए की नेग राशि जल्द ही उनके बैंक खाते में हस्तांतरित कर दी जायेगी। साथ ही लाड़ली बहनों के रसोई खर्च में अगले एक साल तक स्थायी बचत की व्यवस्था भी सरकार ने कर दी है। “प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना” से रसोई गैस कनेक्शन पाने वाली सभी बहनों को अगस्त माह से गैस सिलेंडर भी सब्सिडी मूल्य मात्र 450 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा। इससे बहनों के रसोई खर्च में बचत के साथ धुएं से मुक्ति मिल जाने से उनके स्वास्थ्य की भी सुरक्षा होगी। बहनें अब पहले से अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगी। बहनों को अपने भाई से और क्या चाहिए। सभी लाड़ली बहनें उन्हें यह सौगात देने के लिये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बार-बार आभार जताकर उन्हें दुआयें दे रही हैं।
खुशियों की कहानी, लाड़ली बहनों की जुबानी
एक साथ दो खुशियां मिलने से बेहद प्रसन्न होकर बड़वानी जिले की शीला नेंगवाल कहतीं हैं, उन्हें लाड़ली बहना योजना की राशि लगातार मिल ही रही है। अगस्त माह में 250 रुपए अतिरिक्त मिलेंगे और उज्ज्वला रसोई गैस सिलेंडर भी 450 रुपए में मिलेगा, सो अलग। सरकार ने हम जैसी लाखों महिलाओं की बड़ी चिंता की। ऐसी संवेदनशील सरकार और मुख्यमंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद।
घूरा गांव की प्रभा पाठक कहती हैं उन्हें लाड़ली बहना का लाभ मिल रहा है। उन्हें आज ही पता चला है कि सरकार ने बहनों को उज्ज्वला गैस सिलेंडर 450 रुपए में देने का एलान किया है। पाठक ने त्यौहारों के मद्देनजर महिलाओं को उपहार देने के मध्यप्रदेश सरकार के ऐसे प्रगतिशील कदम का स्वागत करते हुये मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को धन्यवाद दिया हैं।
सिर्फ शीला और प्रभा ही नहीं, मालती बाई, रजनी बड़ोले, सुनीता वर्मा, ममता नामदेव, रेखा धनगर और ऐसी हजारों लाखों महिलाएं हैं, जिन्हें सरकार की इस महती योजना का सीधा लाभ मिलेगा। सरकार के ये दो निर्णय महिलाओं विशेषकर लाड़ली बहनों के कल्याण और इनके आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में दूरगामी कदम हैं। अबला को सबला बनाने के लिये मध्यप्रदेश सरकार की संवेदनशीलता अब जग जाहिर है।