एक बिजली कर्मी से लगातार नाईट शिफ्ट नहीं कराई जा सकती, श्रम नियमों के अनुसार एक कर्मचारी से लगातार 6 दिन ही नाईट शिफ्ट कराई जा सकती है और उसके बाद नाईट शिफ्ट में दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी लगानी चाहिए और इसी रोटेशन में सभी कर्मचारियों से नाईट शिफ्ट कराई जानी चाहिए, लेकिन मैदानी अधिकारियों ने शिफ्ट सिस्टम को भी तहस-नहस कर दिया है और श्रम नियमों को धत्ता बताकर एक ही कर्मचारी से लगातार कई दिनों तक नाईट शिफ्ट कराई जा रही है।
लगातार नाईट शिफ्ट करने कर्मचारी के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। मानसिक रूप से अत्याधिक तनावग्रस्त होने से शारीरिक रूप से और ज्यादा दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही पूरी नींद नहीं होने की कारण कर्मचारी अनेक गंभीर रोगों से ग्रसित हो रहे हैं। वहीं अगर कोई कर्मचारी ड्यूटी करते हुए बीमार हो रहा है तो अधिकारी उसकी सुध तक नहीं लेते, बल्कि इसके उल्टा छुट्टी मांगने पर विभागीय कार्यवाही करने की धमकी देते हैं।
मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उनके संज्ञान में आया है कि अधीक्षण अभियंता कार्यालय जबलपुर ग्रामीण के कार्यपालन अभियंता के अंतर्गत एलटीएमटी मीटर टेस्टिंग नयागांव कार्यालय में 24 घंटे तीनों शिफ्ट में उत्साह उमंग के साथ मीटर टेस्टिंग करने वाले तकनीकी कर्मचारी को अधिकारी कार्य करते हुए जबरन परेशान कर मानसिक प्रताड़ित करते हैं।
उन्होंने बताया कि रात 12 से सुबह 8 बजे तक की लगातार एक ही कर्मचारी से ड्यूटी करा रहे हैं, जबकि श्रम नियमों के अनुसार एक कर्मचारी से लगातार 6 कार्यदिवस में ही नाईट शिफ्ट कराई जा सकती है। उसके बाद दूसरे कर्मचारियों की रात में ड्यूटी लगाई जाती है, मगर अधिकारियों के द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है। एलटीएमटी विभाग के चारों ओर गंदगी फैली हुई है, रात में जहरीले कीड़े-मकोड़े निकालते रहते हैं। अधिकारियों को अनेक बार इसकी जानकारी कर्मचारियों के द्वारा दी जा चुकी है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई।
इसके अलावा अधिकारी रात को सिर्फ फोन पर बात करते हैं, रात में लगातार ड्यूटी कराने से तकनीकी कर्मचारी बीमार हो रहे हैं, कर्मचारी हॉस्पिटल में भर्ती होकर अपना इलाज कर रहे हैं मगर अधिकारियों को फुर्सत नहीं है कि किस वजह से कर्मचारी बीमार हो रहे हैं, ये जानकारी लेने की फुर्सत नहीं है, प्रोग्रेस लेने की अधिकारियों में होड़ मची हुई है, अधिकारी को सिर्फ दो शिफ्ट में कार्य कराना चाहिए। रात 12 बजे से सुबह 8 बजे वाली नाईट शिफ्ट ड्यूटी अति आवश्यक कार्य आने पर ही लगाई जान चाहिए, वहीं नाइट शिफ्ट कराने के बावजूद एक वर्ष से तकनीकी कर्मचारियों को नाइट अलाउंस नहीं दिया जा रहा है।
संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, शशि उपाध्याय, ख्याली राम, विनोद दास, मदन पटेल, दशरथ शर्मा आदि ने उच्च अधिकारियों का ध्यानाकर्षण करते हुए संघ ने मांग की है कि अतिआवश्यक होने पर ही नाईट शिफ्ट लगाई जाए।