जबलपुर (लोकराग)। इस भीषण गर्मी में जहां एक ओर लोग दोपहर में घर से निकलने में भी कतरा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर तवे जैसे तपते लोहे के पोल पर चढ़कर करंट का कार्य करने वाले बिजली कर्मी झुलस रहे हैं, ताकि उपभोक्ताओं के घरों और कार्यालयों में ठंडक बनी रहे।
विपरीत परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए 7 से 9 जून के दौरान चार आउटसोर्स कर्मी करंट से झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं, लेकिन कर्मचारी हित के बड़े-बड़े दावे करने वाला कंपनी प्रबंधन हमेशा की तरह अपने आंख-कान बंद किए बैठा है और ठेकेदार को तो अपने कर्मियों से कोई मतलब ही नहीं, घायल कर्मी की न ही सुध ली जाति है और न ही उपचार के लिए किसी प्रकार की आर्थिक सहायता दी जाति है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अंतर्गत विभिन्न सर्किल में 7 से 9 जून के दौरान चार आउटसोर्स कर्मी करंट से झुलस कर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। लेकिन उन्हें उपचार के लिए किसी भी प्रकार की सहायता राशि अभी तक नहीं मिली है और न ही किसी अधिकारी या ठेकेदार ने उनकी सुध ली है।
केस नंबर एक 7 जून
अनूपपुर ग्राम बिजोरी मुख्यालय कनिष्ठ अभियंता ग्रामीण को जानकारी मिली कि 11 हजार केवी का जंपर जल गया है, जिस पर उनके द्वारा आउटसोर्स कर्मी धर्मेंद्र पटेल उम्र 29 वर्ष को जंपर लगाने को कहा गया एवं सब स्टेशन से सप्लाई बंद करवा ली गई थी। पोल पर चढ़कर लाइन में जंपर लगाते समय अचानक बिजली चालू होने के कारण कर्मी का बायां हाथ झुलस गया। वहीं करंट लगते ही कर्मी तत्काल नीचे कूद गया, जिससे उसकी जान बच सकी, हालांकि इस हादसे में वह बुरी तरह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए जबलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
केस नंबर दो 8 जून
अधीक्षण अभियंता जबलपुर ग्रामीण सर्किल के अंतर्गत सिहोरा कार्यपालन अभियंता कार्यालय के मझौली के कनिष्ठ अभियंता के द्वारा आउटसोर्स कर्मी दुर्गा प्रसाद पटेल उम्र 40 वर्ष को बताया गया की 11 हजार केवी का जंपर निकालना है। आउटसोर्स कर्मी पोल पर चढ़कर जंपर निकाल रहा था, उसी समय पोल से जमीन पर गिर गया। सहयोगियों के द्वारा तत्काल जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में लाकर भर्ती किया गया। डॉक्टर के द्वारा सिटी स्कैन करने पर पता चला कि रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है।
केस नंबर तीन 9 जून
मंडला सर्किल के अंतर्गत सालवा के कनिष्ठ यंत्री के द्वारा आउटसोर्स कर्मी प्रदीप कुमार मरावी उम्र 26 वर्ष को बताया गया कि 11 हजार केवी का जंपर जल गया है, उसे लगाना है। आउटसोर्स कर्मी पोल पर चढ़कर जंपर लगा रहा था, उसी समय उसको करंट लगने की वजह से जमीन पर आ गिरा। सहयोगियों के द्वारा सरकारी हॉस्पिटल मंडला में इलाज कराया गया, उसके बाद जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल की आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया। डॉक्टर के द्वारा परीक्षण के दौरान बताया गया कि दोनों हाथ में करंट लगा है एवं सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से चार टांके लगाए गए हैं।
केस नंबर चार 9 जून
अधीक्षण अभियंता जबलपुर ग्रामीण सर्किल के अंतर्गत कार्यपालन अभियंता पाटन के 33*11 केवी सब-स्टेशन से छपरा फीडर को चालू करते समय सीटी बर्स्ट होने की वजह से आउटसोर्स कमी संतोष पटेल उम्र 48 वर्ष के ऊपर गरम तेल गिरने की वजह से उसके पूरे शरीर एवं कपड़े में आग लग गई। सहयोगियों के द्वारा आग बुझाई गई, लेकिन इस दौरान कर्मी का चेहरा, दोनों हाथ एवं दोनों पैर जल गए। साथ ही शरीर के कपड़े भी जल गए। सहयोगियों के द्वारा जबलपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में लाकर भर्ती किया गया है।
संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, विनोद दास, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, मदन पटेल, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, ख्याली राम, राम शंकर आदि ने कंपनी प्रबंधन से आग्रह किया है कि वो घायल आउटसोर्स कर्मियों का समुचित उपचार कराए जाने के लिए ठेकदार को निर्देशित करे एवं आवश्यक खर्च हेतु पर्याप्त सहायता राशि तत्काल प्रदान की जाए।