एमपी में फौती नामांतरण के एक मामले में पटवारी को ग्वालियर लोकायुक्त की टीम ने 1500 की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। मंगलवार की दोपहर को लोकायुक्त की टीम सुमावली तहसील कार्यालय अचानक पहुंची तो वहां पर सुमावली निवासी फरियादी मनोज जादौन ने पटवारी श्याम सुंदर शर्मा को नामांतरण के बदले जैसे ही 1500 की रिश्वत दी, तभी लोकायुक्त की टीम ने पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
बताया जाता है कि सुमावली निवासी मनोज पुत्र स्वर्गीय चंदन सिंह जादौन ने 27 सितंबर को ग्वालियर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक से पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। फरियादी ने शिकायत की थी कि फौती नामांतरण के बदले पटवारी ने ढाई हजार रुपए मांगे हैं। जिनमें से 1000 रुपये वह दे चुका है तथा 1500 रुपये और मांग रहा है।
फरियादी की शिकायत पर से मंगलवार को टीम सुमावली के तहसील कार्यालय पहुंची। लोकायुक्त द्वारा दिए गए रुपये जब मनोज जादौन ने पटवारी को दिए वैसे ही वहां पर टीम पहुंच गई। टीम ने जब पटवारी की जेब खंगाली तो उसके पास केमिकल लगे हुए 1500 रुपये मिले।
इस कार्यवाही में लोकायुक्त डीएसपी बिनोद सिंह कुशवाह, निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान, बृजमोहन नरवरिया एवं अंजली शर्मा, प्रधान आरक्षक इकवाल खान, जशवंत शर्मा, नेतराम राजौरिया, सुनील सिंह, सुरेंद्र सिंह, विशम्भर सिंह भदौरिया, अंकेश शर्मा, बलवीर सिंह, प्रशांत सिंह मौजूद थे।