ग्वालियर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में लोकायुक्त द्वारा आए दिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, लेकिन रिश्वतखोर बाज नहीं आ रहे है। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर में सामने आया है, जहां नगर निगम का सफाई दरोगा अपने ही अधीनस्थ काम करने वाली महिला सफाई कर्मचारी से दो रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया है। मौके पर ही आरोपी के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कर कार्रवाई की है।
लोकायुक्त डीएसपी राघवेन्द्र ऋषिश्वर ने मंगलवार को बताया कि नगर निगम में काम करने वाली महिला सफाई कर्मचारी कोमल बाल्मीकि ने 24 मई को एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उसने बताया कि वार्ड 32 जोन क्रमांक 6 के सफाई दारोगा अनूप पारछे उर्फ़ अन्नी 4 दिन की छुट्टी के एवज में हाजिरी लगाने के लिए 500 रुपये दिन के हिसाब से दो हजार रुपये मांग रहा है। जिस पर सच्चाई जानने के लिए लोकायुक्त टीम ने महिला कर्मचारी को एक रिकॉर्डर लेकर दो दिन पहले भेजा था, जिसमें सफाई दरोगा अनूप पारछे ने महिला सफाई कर्मचारी से रिश्वत मांगी और उसका ऑडियो रिकॉर्ड हो गया।
लोकायुक्त ने योजना बनाकर मंगलवार सुबह केमिकल लगाकर दो हजार रुपये के साथ सफाई दरोगा के पास भेजा। जैसे ही आरोपी रिश्वतखोर ने पैसे के लिए महिला सफाई कर्मचारी को पड़ाव थाना क्षेत्र के जीडीए कार्यालय के सामने बुलाया। महिला सफाई कर्मचारी से दरोगा अनूप पारछे ने रिश्वत के दो हजार रुपये लिए तो लोकायुक्त पुलिस ने मौके से ही रंगे हाथों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी सफाई दरोगा अनूप पारछे को गिरफ्तार कर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी देकर जांच शुरू कर दी है।
शिकायत करने वाली कोमल बाल्मीकि ने बताया कि अनूप पारछे से हमारी वार्ड के सभी सफाई कर्मी परेशान हैं। हमें जो 4 सरकारी छुट्टी मिलती है ये उसके बदले 500 रुपये प्रति छुट्टी के हिसाब से मांगता है। नहीं तो नागा लिखकर पैसे कटवा देता है, पिछले एक साल से हम लोग परेशान है। हम लोग चुपचाप पैसे देकर अपना पेट पाल रहे है लेकिन अब जब सहन नहीं हुआ तो इसकी लोकायुक्त में शिकायत की।