किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का किसानों से ग्रीष्मकालीन मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदने के निर्णय एवं “मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना” को स्वीकृति प्रदान करने के लिये आभार माना है। उन्होंने कहा है कि मंगलवार को मंत्रि-परिषद ने “ग्रीष्मकालीन मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने” एवं “मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना” को स्वीकृति प्रदान की है।
कृषि मंत्री ने बताया है कि ग्रीष्मकालीन मूंग समर्थन मूल्य पर खरीदे जाने से किसानों को लगभग दोगुना फायदा होगा। गत वर्ष मॉर्केट में ग्रीष्मकालीन मूंग की बिक्री लगभग 4 हजार रूपये प्रति क्विंटल हो रही थी। सरकार ने समर्थन मूल्य पर 7 हजार 225 रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की थी। कृषि मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में सरकार ने इस बार भी वर्ष 2023-24 के लिये किसानों से ग्रीष्मकालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का किसान हितैषी निर्णय लिया है।
अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 में प्रदेश में मिलेट फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने 2 वर्ष (2023-24 और 2024-25) के लिये मप्र राज्य मिलेट मिशन योजना को केबिनेट ने स्वीकृति प्रदान की है। मोटा अनाज (मिलेट) कभी प्रदेश की खान-पान संस्कृति का केन्द्र हुआ करता था। इन फसलों के पोषक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए इन्हें बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है। कोदो-कुटकी, रागी जैसी फसलें स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत लाभदायक हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य मिलेट मिशन योजना की मॉनिटरिंग के लिये राज्य स्तर पर कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी का गठन भी किया गया है। कमेटी में अध्यक्ष के अतिरिक्त अपर मुख्य सचिव कृषि, प्रबंध संचालक राज्य विपणन संघ, प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम एवं संचालक कृषि अभियांत्रिकी सदस्य होंगे। संचालक किसान-कल्याण एवं कृषि विकास इसके सदस्य सचिव रहेंगे।