मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश की सभी बिजली कंपनियों की नीतियों में एकरूपता लाए जाने की मांग को लेकर संघ प्रतिनिधियों ने विगत दिनों प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह को एक ज्ञापन सौंपा था, जिस पर तत्काल अंजान लेते हुए ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखकर तकनीकी कर्मचारी संघ की मांग का निराकरण करने का आग्रह किया है।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मध्यप्रदेश की सभी बिजली कंपनियां ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आती हैं, लेकिन इनकी नीतियों में काफी असमानता और विसंगतियां है, जिसे देखते हुए संघ ने मांग की है कि सभी बिजली कंपनियों की नीतियों में एकरूपता लाई जाए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के संविदा कर्मी अरविंद साहू को करंट लगने की वजह उससे दोनों हाथ कट गए थे, इसके बाद पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन के द्वारा 21 अगस्त 2023 को संविदा का अनुबंध बढ़कर नौकरी दी गई है।
दूसरी ओर मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अंतर्गत इंदौर में 132 केवी सब-स्टेशन के अंदर दिनांक 14 दिसंबर 2021 को करंट लगने की वजह से संविदा परीक्षण सहायक अनूप सिंह परते के दोनों पैर काट दिए गए थे। लेकिन पावर ट्रांसमिशन कंपनी प्रबंधन द्वारा अमानवीय रुख अपनाते हुए कार्य के दौरान दिव्यांग हुए संविदा परीक्षण सहायक का संविदा अनुबंध आज तक नहीं बढ़ाया गया। वो आज भी पत्नी एवं बच्चों को लेकर दर-दर भटक रहा है।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले को लेकर संघ प्रतिनिधि मंडल के द्वारा पावर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी से रू-ब-रू वार्ता भी की गई थी, इसमें उन्होंने कहा था कि जो भी होगा हर संभव मदद की जावेगी। हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि विद्युत मंडल की सभी कंपनियों में अलग-अलग मानव संसाधन नियम क्यों बनाए गए हैं? विद्युत मंडल की कंपनियों में एकरूपता लाकर कर्मचारियों के हित में कंपनी प्रबंधनों को कार्य करना चाहिए।
हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह को जो ज्ञापन सौंपा गया था, उस पर उन्होंने तत्काल संज्ञान लेते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को पत्र लिखकर तकनीकी कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण करने का आग्रह किया है।