रिवेम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के कार्यों को गुणवत्ता के साथ तय समय सीमा में पूर्ण करना हैं, इसके लिए संबंधित एजेंसी एवं बिजली अधिकारी मुस्तैदी दिखाएं। योजना का लाभ बिजली कंपनी एवं उपभोक्ताओं को समय पर दिया जाना हैं। इस संबंध में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। उक्ताशय के निर्देश मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक सुश्री रजनी सिंह ने अधिकारियों एवं एजेंसी की मिटिंग में दिए।
बुधवार को पोलोग्राउंड बिजली मुख्यालय में आयोजित मिटिंग में उन्होंने कहा कि इंदौर, उज्जैन सहित कंपनी क्षेत्र के सभी जिलों में आरडीएसएस के तहत ग्रिड, केबल, ट्रांसफार्मर, लाइन, केपेसिटर, पावर ट्रांसफार्मर इत्यादि के कार्य गुणवत्ता के साथ हो। कृषि क्षेत्र के जिन इलाकों में ग्रिडों, लाइनों के कार्य अंतिम चरण में है, वहां कार्य एक दो सप्ताह में पूर्ण करने के हरसंभव प्रयास किए जाए।
अब तक 45 ग्रिडों का कार्य पूर्ण कर बिजली वितरण प्रारंभ कर दिया गया है। हजारों किमी नई लाइनें डाल दी गई है, सैकड़ों केपिसिटर बैंक लगा दिए गए हैं, इससे कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से बिजली वितरण सुविधाओं का विस्तार हुआ है।
इस अवसर पर मुख्य अभियंता एसएल करवाड़िया, अतिरिक्त मुख्य अभियंता एससी वर्मा, अधीक्षण अभियंता सुधीर आचार्य ने भी विचार रखें।