मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा विगत दिवस संघ के प्रधान कार्यालय में मैदानी अधिकारियों की प्रताड़ना के खिलाफ बिजली कर्मियों के ज्ञापन आंदोलन को लेकर एक आवश्यक बैठक बुलाई गई। बैठक में आगामी ज्ञापन आंदोलन की रणनीति तय करते हुए समस्त पदाधिकारियों को उत्तरदायित्व भी सौंपा गया।
बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों को मैदानी अधिकारियों के द्वारा मानसिक रूप से अत्याधिक प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसकी वजह से कर्मचारियों के द्वारा आत्मघाती कदम उठाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों को अधिकारियों के द्वारा नीति-नियमों को दरकिनार का मूलभूत सुविधाएं से भी वंचित किया जा रहा है, जिसकी वजह से कर्मचारी का पूरा परिवार परेशान रहता है।
संघ द्वारा निर्णय लिया गया है कि संपूर्ण मध्य प्रदेश में मंत्री, सांसद, विधायक, विद्युत कंपनी प्रबंधन एवं प्रशासनिक अधिकारियों को 9 अक्टूबर से 9 नवंबर तक ज्ञापन पत्र सौंप कर विरोध दर्ज कराया जावेगा।
बैठक में संघ पदाधिकारियों के द्वारा हाल ही में सेवानिवृत्त हुए संघ के पदाधिकारियों का पुष्पहारों से स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, लखन सिंह राजपूत, दशरथ शर्मा, अरुण मालवीय, राजकुमार सैनी, विनोद दास, राजेश झारिया, सुरेंद्र रजक, बीएल पटेल, राजू नायडू आदि उपस्थित थे।