मप्र शिक्षा विभाग का कारनामा, शिकातयकर्ता फरियादी महिला को ही कर रहे प्रताड़ित

मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की लोकायुक्त टीम द्वारा 12 अक्टूबर 2021 को संयुक्त संचालक लोक शिक्षण जबलपुर संभाग जबलपुर राममोहन तिवारी अपने कार्यालय की चौकीदार अनीशा बाई से 21000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रेप हुए थे। 

भ्रष्टाचार के मामले में ट्रेप हुए लोक सेवकों को मध्यप्रदेश सामान प्रशासन विभाग के आदेश अनुसार दसतर्कता एजेन्सी द्वारा डाले गये छापे अथवा ट्रैप के प्रकरण में पकड़े गये अधिकारी को उस पद पर जिस पर रहते हुए ट्रैप हुआ हो, को तीन दिवस में अन्यत्र स्थानांतरित करने के निर्देश हैं। किन्तु शिक्षा विभाग द्वारा उक्त निर्देशों की अनदेखी करते हुए भ्रष्टाचार के मामले में ट्रैप होने के बाद भी प्रभारी संयुक्त संचालक को आज तक उनके पद से नहीं हटाया गया है।

जिसके परिणाम स्वरूप आरोपी अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता श्रीमती अनीशा बेगम को लगातार प्रताडित कर रहे हैं तथा उनके द्वारा कूटरचित तरीके से आयुक्त लोक शिक्षण मप्र भोपाल को निलंबन का प्रस्ताव भेजा गया  है, जिसके आधार पर आयुक्त लोक शिक्षण मप्र भोपाल द्वारा निलंबित करा दिया गया। जबकि भृत्य संवर्ग का नियोक्ता अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी हैं, जिसे मृत्य के निलंबन के अधिकार है। इस प्रकार लोकायुक्त में शिकायतकार्ता श्रीमती अनीशा बेगम मृत्य को जानबूझकर षडयंत्रपूर्वक तरीके से आयुक्त लोक शिक्षण मप्र भोपाल से निलंबन की कार्यवाही कराकर अनावश्यक दबाब बनाया जा रहा है।

उक्त कार्यवाही से ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायतकर्ता को डराने तथा आरोपी अधिकारी को बचाने के उद्देश्य से यह कार्यवाही की गई, जिससे भ्रष्टाचार के मामले में ट्रेप अधिकारी का प्रकरण न्यायलय में कमजोर पड़ सके। विभाग भ्रष्टाचार के मामले में ट्रैप संयुक्त संचालक के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है। इस संबंध में संघ द्वारा आज बुधवार 23 फरवरी 2022 पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर संभाग को ज्ञापन सौंपकर शिकायकर्ता श्रीमती अनीशा बेगम भृत्य का निलंबन समाप्त कराने तथा आरोपी अधिकारी को संयुक्त संचालक के पद से हटाने संबंधी कार्यवाही करने का अनुरोध किया गया है।

इस अवसर पर संघ के योगेन्द्र दुबे, संजय यादव, अटल उपाध्याय, यूएस करौसिया, मुकेश सिंह, मंसूर बेग, श्रीमती अनीशा बेगम, योगेन्द्र मिश्रा, गोविन्द विल्थरे, रजनीश तिवारी, डीडी गुप्ता, आशुतोष शर्मा, चन्दु जाउलकर, विपिन शर्मा, सुधीर पण्डया, अंकुर प्रताप सिंह, विट्टू आहलोवालिया, आरके गुलाटी, अरूण दुबे आदि उपस्थित रहे।