एमपी: ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर 3 अधिकारियों के निलंबन से अभियंताओं में आक्रोश, यूनाइटेड फोरम ने प्रबंधन को लिखा पत्र

मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमान सिंह तोमर के इंदौर क्षेत्र में आकस्मिक दौरे के दौरान कार्य में लापरवाही पाए जाने पर निलंबित किये गए तीन विद्युत अभियंताओं के पक्ष में एमपी यूनाइटेड फोरम के प्रांतीय संयोजक व्हीकेएस परिहार ने विद्युत कंपनी प्रबंधन को पत्र लिखकर तीनों अधिकारियों का निलंबन रद्द करने की मांग की है।

विद्युत कंपनी प्रबंधन को लिखे अपने पत्र में यूनाइटेड फोरम के संयोजक व्हीकेएस परिहार ने कहा है कि 28 जून की रात्रि लगभग 11 बजे ऊर्जा मंत्री द्वारा इंदौर कंपनी क्षेत्रांर्गत मांगलिया स्थिति उपकेन्द्र का रात्रि में निरीक्षण किया गया एवं प्रथम दृष्टया पाई गई अत्यंत सूक्ष्म त्रुटियों के कारण उनके द्वारा दिये गये मौखिक निर्देशानुसार संबंधित क्षेत्र के कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री एवं कनिष्ट यंत्री को बिना किसी जाँच के कार्यपालन निर्देशक इंदौर क्षेत्र द्वारा निलंबित किया गया है।

उन्होंने लिखा कि इस संबंध में फोरम यह जानना चाहता है कि तीनों अभियंताओं की क्या इतनी बड़ी गलतियां अथवा भूल थी, कि उन्हें निलंबित किया जाना चाहिये। क्या प्रबंधन यह भी बताने का कष्ट करेगा कि यदि इतनी बड़ी गलती थी तो प्रबंधन द्वारा उन्हें सुधारने के लिये क्या कार्यवाही की गई थी? एवं क्या यह कार्यवाही दबाव में आकर बिना किसी समुचित जाँच के की गई है।

फोरम का मानना है कि इस प्रकार की सूक्ष्म त्रुटियों के कारण यदि अभियंताओं को निलंबित किया जाता है तो इस प्रकार की त्रुटियां सभी जगह पाई जायेगी एवं कंपनी के सभी अभियंता आज ही निलंबन के पात्र होगें। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि निलंबित अधिकारियों को 72 घण्टे में बहाल करें, अन्यथा की स्थिति में 24 घण्टे का नोटिस देकर फोरम कड़े निर्णय लेने हेतु बाध्य होगा।