मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने अन्तर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस पर होमगार्ड मुख्यालय परिसर में आयोजित सैनिक सम्मेलन में कहा कि काम कोई भी हो, छोटा या बड़ा नहीं होता, काम में डूब जाना बड़ी बात है। होमगार्ड के जवान आपात स्थिति में भी बेहतर परिणाम देते आये हैं।
उन्होंने कहा कि होमगार्ड की महिला सैनिकों को भी 90 दिवस के सवैतनिक प्रसूति अवकाश का लाभ दिया जाएगा। मंत्री डॉ मिश्रा ने होमगार्ड लाइन में होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के जवानों के आपदा बचाव संबंधी क्षमता प्रदर्शन का भी अवलोकन किया।
उन्होंने मुख्यालय परिसर में सिविल डिफेंस वालेंटियर्स के सम्मेलन को भी संबोधित किया। कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, एसीएस (गृह) डॉ राजेश राजौरा, महानिदेशक होमगार्ड अशोक दोहारे, एडीजी अशोक अवस्थी, एडीजी होमगार्ड अखितो सेमा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने होमगार्ड के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि सैनिक से सिपाही की चयन प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा। चयन में सीनियोरिटी कम मेरिट प्रक्रिया अपनाई जायेगी। सैनिकों के लिये गठित वेलफेर फंड की प्रतिवर्ष 1 करोड़ 50 लाख रूपये मिलने वाली राशि को बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सैनिकों को मिलने वाली अनुगृह राशि जो 40 वर्ष से पहले सेवानिवृत्ति पर नहीं मिलती है, इसे दिलाने के लिये प्रक्रिया पर पुनर्विचार किया जाएगा। सेवाओं में यदि बीच में ब्रेक होता है तो बड़े कालखंड पर 15 दिवस प्रतिवर्ष के मान से अनुगृह राशि प्रदान किये जाने पर भी विचार किया जाएगा।
मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि होमगार्ड और एसडीईआरएफ के जवान भी पुलिस विभाग के ही महत्वपूर्ण अंग हैं। जवानों के द्वारा संकटकाल में सेवाएँ देकर बेहतर कार्य किये जाने के उदाहरण मौजूद हैं। जवानों के हित में सरकार महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है, उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं आने दी जाएंगी।