मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की प्रदेश की प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में नियमित शिक्षकों की भर्ती न होने के कारण हजारों शालायें या तो एक शिक्षकीय हैं, या फिर शिक्षकविहीन हैं। साथ ही माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की भी कमी है, उक्त रिक्त पदों के विरूद्ध अतिथि शिक्षक पोर्टल के माध्यम से रखे जाने का प्रावधान है, किन्तु शिक्षा विभाग का GFMS PORTAL (अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली) अपडेट नहीं है।
शिक्षा विभाग का पोर्टल अपडेट नहीं होने के कारण अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है, जिससे अतिथि शिक्षक हेतु पात्र अभ्यर्थी नियुक्त पाने भटक रहे हैं तथा विद्यालय में शिक्षक न होने से छात्र भी शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। शिक्षकों व प्राचार्यों द्वारा बार-बार भोपाल पत्र लिखे जाने के बाद भी समस्या का निराकरण आज तक नहीं हो सका है। अतिथि शिक्षकों की समय पर नियुक्ति न होने के कारण शिक्षक भी परेशान हैं।
संघ के दुर्गेश पाण्डे, गणेश चतुर्वेदी, मनीष शुक्ला, आलोक अग्निहोत्री, संत कुमार छीपा, मनीष लोहिया, राकेश सेंगर, मनोज पाटकर, आशुतोष तिवारी, डॉ संदीप नेमा, सुरेन्द्र जैन, श्रीराम झारिया, प्रमोद पासी, श्यामबाबू मिश्रा, श्यामनारायण तिवारी, नितिन शर्मा, मनोज सेन, महेश कोरी, मो. तारिक, धीरेन्द्र संतोष तिवारी आदि ने स्कूल शिक्षा मंत्री से मांग की है कि शिक्षा विभाग के पोर्टल अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली को अपडेट कराकर आवश्यकता वाले विद्यालयों में शीघ्र अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति कराई जाए।