मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि अनमोल एप में तकनीकी खामियों के चलते स्वास्थ्य कर्मचारी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। जहां एक ओर स्वास्थ्य कर्मचारियों से पिछले कई माह से कोविड-19 का कार्य कराया जा रहा है और किसी भी प्रकार का अधिक भुगतान नहीं किया जा रहा जा रहा है, वहीं पिछले कुछ दिनों से अनमोल एप में फीड अपडेट कहां जा रहा है, इसकी जानकारी नहीं लग पा रही है। एप में नया वर्जन अपडेट करने पर पुराना सारा डाटा डिलीट हो रहा है तथा डाटा सिंक नहीं हो रहा है।
जिसके कारण गर्भवती माताओं की 5 जांच डालने पर पुरानी लास्ट विजिट डेट में पहुंच जाती है। संस्थागत प्रसव जो जिले एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हो रही है, वे अनमोल एप में नहीं दिख रही है व जानकारी अपडेट ना होने पर अधिकारियों द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। वेतन रोकने व अन्य तरह की मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है, जिससे स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों में भारी रोष व्याप्त है।
संघ के योगेंद्र दुबे अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, नरेंद्र दुबे, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पांडे, मुन्नालाल पटेल, बृजेश मिश्रा, परशुराम तिवारी, मनोज सिंह, वीरेंद्र चंदेल, एसपी बाथरे, चुरामन गुर्जर, सतीश देशमुख, नवीन यादव, मनोज खन्ना, राजेश चतुर्वेदी, वीरेंद्र पटेल, राकेश पटेल, सुधीर गौतम, अमित गौतम, ऋतुराज गुप्ता, श्याम नारायण तिवारी, नितिन शर्मा, प्रियांशु शुक्ला, मो. तारिक, महेश कोरी, संतोष तिवारी आदि ने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की है कि अनमोल एप की खामियों को दूर किया जाए एवं स्वास्थ्य कर्मचारियों को वरिष्ठ अधिकारियों की प्रताड़ना से मुक्त कराया जाए।