हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार दीवाली अब सिर्फ तीन दिन बाद है, लेकिन ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों का प्रबंधन मानो अभी भी नींद में है।
क्योंकि अभी तक विद्युत वितरण कंपनियों ने अपने नियमित कर्मचारियों को छुट्टी के दिन कराई गई ड्यूटी के एक्स्ट्रा वेजेस का भुगतान नहीं किया है और न ही प्रदेश सरकार की घोषणा के अनुसार किसी भी कर्मचारी को एरियर्स दिया है।
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के द्वारा मध्य प्रदेश राज्य विद्युत मंडल की सभी उत्तरवर्तीय कम्पनियों के प्रबंधन को पत्र लिख कर मांग की गई है कि कम्पनियों के आरओ ऑफिस में नियमित कर्मचारियों का एक्स्ट्रा वेजेस, नाइट अलाउंस का बिल बना हुआ रखा है, सिर्फ उनके खाते में पैसा डालना हैं।
वहीं संविदा कर्मचारी, जिनका वेतन 21,000 रुपये से कम है, उनको 3,500 रुपये एक्स ग्रेशिया दिया जाये। साथ ही सभी कम्पनियों के ठेकेदारों को कम्पनी प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों को एक माह का अतिरिक्त वेतन दिलाया जाए, ताकि वे भी हर्षोल्लास से त्यौहार मना सकें।
मप्रविमं तकनीकी कर्मचारी संघ के हरेन्द्र श्रीवास्तव, जेके कोष्टा, एसके मौर्या, रमेश रजक, केएन लोखंडे, अजय कश्यप, मोहन लाल दुबे, राजकुमार सैनी, शशि उपाध्याय, अरुण मालवीय, इंद्रपाल, संजय वर्मा, महेंद्र पटेल, राकेश नामदेव, मदन पटेल, दशरथ शर्मा, टी डेविड, खयाली राम, हिरेंद्र रोहिताश, गोपाल यादव आदि ने सभी विद्युत कंपनियों के प्रबंधन से मांग की है कि दीवाली के पूर्व नियमित कर्मचारियों को एक्स्ट्रा वेजेस, नाइट अलाउंस एवं संविदा कर्मचारियों को 3500 रुपए एक्स-ग्रेसिया तथा ठेका श्रमिकों को एक माह का अतिरिक्त वेतन यथाशीघ्र दिया जाए।