मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जानकारी दी कि मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के चारों ताप विद्युत गृहों द्वारा आज 4 फरवरी को दोपहर 12.08 बजे उपलब्ध उत्पादन क्षमता का 97.31 प्रतिशत भार संचालन कर विद्युत उत्पादन किया गया। जिस समय यह कीर्तिमान अर्जित किया गया उस समय प्रदेश के चारों ताप विद्युत उत्पादन गृहों द्वारा 4447 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया गया। वर्तमान में प्रदेश में ताप विद्युत उत्पादन की उपलब्ध क्षमता सतपुड़ा विद्युत गृह की इकाई क्रमांक 6, 7, 8 एवं 9 को छोड़कर 4570 मेगावाट है।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे ने मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा यह उपलब्धि अर्जित करने पर हर्ष व्यक्त करते हुए अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई, सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी, संजय गांधी ताप विद्युत गृह बिरसिंगपुर व श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह खंडवा के सभी अभियंताओं व कार्मिकों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि विद्युत अभियंता व कार्मिक इसी प्रकार कर्त्तव्य व समर्पण की भावना से कार्य करते हुए प्रदेश में रोशनी के लिए 24 घंटे एवं कृषि कार्य हेतु 10 घंटे बिजली प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे।
श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह का नया रिकार्ड
पावर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर कॉमर्शियल प्रतीश कुमार दुबे ने बताया कि 2520 मेगावाट स्थापित क्षमता के श्री सिंगाजी ताप विद्युत गृह दोंगलिया-खंडवा द्वारा आज उस समय नया रिकार्ड कायम किया गया, जब इस ताप विद्युत गृह के द्वारा अपनी स्थापित क्षमता से अधिक 2550 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया गया।
सारनी की 250-250 मेगावाट की यूनिटों ने भी क्षमता से अधिक उत्पादन
प्रतीश कुमार दुबे ने जानकारी दी कि सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी के विद्युत गृह क्रमांक चार की 250-250 मेगावाट की दोनों इकाईयों ने अपनी स्थापित क्षमता के मुकाबले 502 मेगावाट उत्पादन किया।
चचाई व बिरसिंगपुर का बेहतर प्रदर्शन
अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट क्षमता की इकाई ने आज 206 मेगावाट और समग्र संजय गांधी ताप विद्युत गृह (क्षमता 1340 मेगावाट) द्वारा 1189 मेगावाट विद्युत उत्पादन किया गया।