मध्यप्रदेश की बिजली कंपनी के अधिकारी को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार कटनी के खितौली में पदस्थ मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एई चंचल गुप्ता और एक निजी कर्मचारी को लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एई चंचल गुप्ता ने ठेकेदार बलराम पटेल से 63 केवी के ट्रांसफार्मर के लिए एस्टीमेट और डिमांड नोट तैयार कराने के नाम पर 25,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी।
मामला 80,000 रुपये की रिश्वत की मांग से जुड़ा था, जिसमें डीई राजीव चतुर्वेदी का नाम सामने आया है। पटेल ने पहले चतुर्वेदी से 80,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी, इसके बाद खितौली में पदस्थ एई चंचल गुप्ता ने घटाकर 40,000 रुपये की राशि तय की। जिसके चलते परेशान होकर ठेकेदार बलराम पटेल व बरही निवासी नवनीत ने लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत दी।
शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त ने सत्यापन किया और कार्रवाई के लिए टीम भेजी। सोमवार दोपहर को लोकायुक्त टीम ने 25,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए एई चंचल गुप्ता और निजी कर्मचारी रवि कुमार बर्मन को पकड़ लिया। दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया और मुचलके पर छोड़ दिया। लोकायुक्त ने डीई राजीव चतुर्वेदी को भी आरोपी बनाया है।
आवेदक बलराम दास पटेल ने बताया कि एमपीईबी कटनी में बी क्लास का ठेकेदार है। जो ग्राम लोहरवाड़ा जिला कटनी के उपभोक्ता राजेश पटेल के राइस मिल के लिए 63 केवीए का ट्रांसफार्मर लगवाने के लिए एस्टीमेट एवं डिमांड नोट तैयार करने के संबंध में आरोपित डीई राजीव चतुर्वेदी से मिला जिसने इस कार्य के लिए 80000 की रिश्वत की मांग की। एई खतौली चंचल गुप्ता से भी मिला तो एई के द्वारा भी इस कार्य के लिए 40000 की मांग की गई।
जिसके बाद आवेदक बलराम दास पटेल आज रिश्वत की पहली किश्त 25 हजार रुपए लेकर खितौली स्थित बिजली कंपनी के आफिस पहुंचा। जहां पर उसने आउटसोर्स कर्मचारी कम्प्यूटर आपरेटर रवि कुमार बर्मन को 25 हजार रुपए दिए। रवि ने उक्त राशि जैसे ही एई चंचल गुप्ता को दी, तभी वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार, इंस्पेक्टर कमलसिंह उईके, भूपेन्द्र दीवान व टीम के चार सदस्यों ने दबिश देकर दोनों को पकड़ लिया।