एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड की केन्द्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद का मशाल परिसर स्थित वालीबाल कोर्ट नई संभावनाओं के रूप में उभर रहा है। ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर में स्कूल के साथ कॉलेज के विद्यार्थियों ने भी वालीबाल में गहरी रूचि दिखाई है। उल्लेखनीय है कि एक समय राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विद्युत मण्डल की वालीबाल टीम और इसके खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट खेल के कारण एक विशिष्ट पहचान बनाई थी। लंबे अर्से के पश्चात् विद्युत परिवार में एक बार फिर वालीबाल खेल पुनर्संगठित होते दिख रहा है।
केन्द्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के महासचिव राजीव गुप्ता, सचिव खेल अनिल कुमार अलंग, सचिव कार्यालय आलोक श्रीवास्तव ने वालीबाल प्रशिक्षण शिविर का निरीक्षण करने के पश्चात् संभावना व्यक्त की कि परिषद के तत्वावधान में लगातार दसवीं बार आयोजित वालीबाल प्रशिक्षण में 38 लड़के-लड़कियां के शामिल होने से सभी लोग उत्साहित हुए हैं।
पिछले वर्षों की तुलना में शिविर में प्रतिभागियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। शिविर में शामिल हुईं दस लड़कियों ने वालीबाल खेलने के प्रति उत्साह दिखाया है। राजीव गुप्ता ने कहा कि बच्चों और किशोरवय के लड़के-लड़कियों ने वालीबाल खेल के प्रति खासा उत्साह दिखाया है, जो कि इस खेल के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस प्रशिक्षण शिविर से कुछ ऐसे खिलाड़ी उभरेंगे, जो राष्ट्रीय स्तर पर विद्युत परिवार का नाम गौरवान्वित करेंगे।
केन्द्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद के वालीबाल प्रभारी अजय उसकवार, वरिष्ठ खिलाड़ी रवि पणिकर, कमलेश विश्वकर्मा, प्रतीक शर्मा व महेश यादव प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षक की भूमिका निभा रहे हैं और अपने अनुभव से नवोदित खिलाड़ियों को मांज रहे हैं। प्रशिक्षक प्रतिदिन नवोदित खिलाड़ियों को फिजिकल फिटनेस से शुरूआत करवाते हैं।
शिविर में स्टेमिना और फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। फिजिकल फिटनेस के पश्चात् खिलाड़ियों को कोर्ट में सर्विस, अंडर हेंड, फिंगर, प्लेसिंग, बूस्टिंग, स्मेशिंग का कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण शिविर के दौरान खिलाड़ियों के मध्य मैच आयोजित कर उनका आत्मविश्वास बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। नवोदित खिलाड़ियों ने प्रशिक्षण शिविर को अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण से उनके खेल में पहले की तुलना में ज्यादा सुधार व आत्मविश्वास आया है।