जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के प्रकरणों का तय समय पर निराकरण करने के निर्देश जिले के सभी राजस्व अधिकारियों को दिए है। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गति लाने के साथ ही सीएम हेल्पलाईन से प्राप्त राजस्व विभाग से संबंधित शिकायतों के निराकरण में तत्परता बरतने की हिदायत भी राजस्व अधिकारियों को दी।
दीपक सक्सेना आज शनिवार को कलेक्टर कार्यालय में आयोजित राजस्व अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह एवं अपर कलेक्टर नाथूराम गौड भी बैठक में मौजूद थे।
कलेक्टर ने बैठक में राजस्व प्रकरणों के निराकरण की तहसीलवार और अनुविभागवार समीक्षा की। बैठक में राजस्व वसूली की तहसीलवार समीक्षा की तथा जनसुनवाई में आये राजस्व विभाग से संबंधित प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा भी की गई।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि उन्हें आम जनता से जुड़े कार्यों को हर हाल में प्राथमिकता देनी होगी और राजस्व प्रकरणों का तय समय सीमा के भीतर निराकरण सुनिश्चित करना होगा। श्री सक्सेना ने तहसीलदार आधारताल के विरूद्ध की गई कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा कि इस तरह के मामलों से राजस्व अधिकारियों के साथ ही विभाग की छवि पर विपरीत असर पड़ता है। राजस्व अधिकारियों को इससे सबक लेना होगा तथा राजस्व प्रकरणों के निराकरण में ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी।
दीपक सक्सेना ने बैठक में राजस्व अधिकारियों को पटाखा की थोक एवं फुटकर दुकानों का निरीक्षण करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि एसडीएम एवं तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्र की पटाखा दुकानों का औचक निरीक्षण कर लायसेंस, स्टॉक और पटाखों के क्रय-विक्रय की जांच करें। लायसेंस की शर्तों का उल्लंघन पाये जाने पर वैधानिक कार्यवाही भी करें। बैठक में सभी अनुभागीय राजस्व अधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार मौजूद थे।