भोपाल (हि.स.)। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल में काम करने वाले हजारों आउटसोर्स कर्मचारी पिछले 3 महीने से वेतन नहीं मिलने से मंगलवार से हड़ताल पर चले गए हैं। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई हैं। वार्डब्वाॅय और टेक्नीशियन समेत करीब 500 आउटसोर्स कर्मचारी हड़ताल पर हैं। आक्रोशित आउटसोर्स कर्मी अस्पताल परिसर में गेट के सामने धरने पर बैठ गए हैं और बकाया वेतन भुगतान की मांग करते हुए नारेबाजी की।
हमीदिया अस्पताल में अपनी कई मांगों को लेकर वार्ड बॉय ,सफाई कर्मी ,सुरक्षा गार्ड जैसे कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया हैं। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ मरीज के परिजनों को खुद व्हील चेयर, स्ट्रैचर धकाने पड़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ टेक्नीशियन की हड़ताल के चलते लोगों को पर्चा बनवाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि पिछले तीन माह से उनका वेतन नहीं मिला है, जिससे उनका घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। हमीदिया अस्पताल परिसर में हड़ताल पर बैठे बार्ड बॉय ने कहा कि हमें चार माह से वेतन नहीं मिला है। जिस विभाग में काम कर रहे हैं, उसी विभाग से पेमेंट दिया जाए। वार्डब्वाॅय , हाउस कीपिंग, लैब टेक्नीशियन, ऑपरेटर किसी को भी वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो हम यहां से जिला कलेक्टर और मुख्यमंत्री के पास जाकर गुहार लगाएंगे।
गाैरतलब है कि इन आउटसोर्स कर्मचारियों की एजाइल सिक्योरिटी सर्विस कंपनी के माध्यम से सेवाएं ली जा रही हैं। यह कंपनी उन्हें वेतन का भुगतान करती है। इन कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन को तीन-चार बार पत्र लिखकर वेतन भुगतान की गुहार लगाई थी लेकिन, कंपनी द्वारा इन्हें जवाब में सिर्फ आश्वासन दिया गया।इसके कारण उनमें काफी आक्रोश है। इसके चलते कर्मचारियों ने हडताल कर दी। अस्पताल प्रबंधन इस मामले में कंपनी के अलावा शासन स्तर पर भी बातचीत कर रहा है, ताकि जल्द से जल्द इस मामले का निपटारा किया जा सके।
इस बाबत हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनीत टंडन ने बताया कि शासन स्तर पर बात हुई है, सभी की समस्या का समाधान किया जा रहा है। अस्पताल के अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि बुधवार तक इन कर्मचारियों की 2 महीने की सैलरी और दीवाली से पहले इनका बोनस दे दिया जाएगा। इसके बाद भी कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। उन्हाेंने सेलरी देरी से आने का कारण प्रोसेसिंग को बताया है।