जबलपुर (लोकराग)। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी ने वीसी के माध्यम से आज कलेक्टर दीपक सक्सेना से प्रायवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूली, यूनिफार्म व शैक्षणिक सामग्री दुकान विशेष से खरीदने के संबंध में जानकारी ली।
वीसी में शिक्षा विभाग से संबंधित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी भोपाल से जुड़े थे वहीं जबलपुर से अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह और शिक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।
इस दौरान कलेक्टर दीपक सक्सेना ने निजी विद्यालय की जांच और विशलेषण के संबंध में विस्तार से बताया। जिसमें स्कूल बैग्स का वजन बढ़ाकर, बिना औचित्य नवीन पुस्तक पाठयक्रम में शामिल करना, निम्न स्तरीय सस्ती फर्जी और डुप्लीकेट आईएसबीएन पाठयपुस्तकों के माध्यम से कमीशनखोरी, फीस की अनुचित वृद्धि, पुस्तक, स्टेशनरी, यूनिफार्म, विक्रेता विशेष से मनमाने दाम पर क्रय करने के लिये अभिभावकों पर दबाव, फीस वृद्धि के विहित प्रक्रिया और प्रायवेट स्कूलों के फीस वृद्धि के हथकंडे के साथ कमीशनखोरी के अन्य हथकंडो के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि ग्यारह निजी विद्यालयों के 1 लाख 18 हजार से अधिक विद्यार्थियों से 81.30 करोड़ रूपये की अवैध वसूली की गई है। फीस वृद्धि के संबंध में नियमों की अवहेलना की गई है। इसके साथ ही उन्होंने 11 स्कूलों के स्कूल बैग वजन, नवीन पुस्तक, फर्जी और डुप्लीकेट आईएसबीएन पुस्तक और कमीशनखोरी के हथकंडो के बारे में विस्तार से बताया।
साथ ही उन्होंने विद्यालय प्रबंधन से समय सीमा में अवैध वसूल की गई फीस को वापस करने के संबंध में भी बताया। प्रमुख सचिव ने कलेक्टर जबलपुर द्वारा इस संबंध में तैयार पूरे प्रेजेंटेशन को गंभीरता से देखा। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि उक्त कार्यवाही 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री द्वारा की गई ट्वीट के आधार पर की गई है। मुख्यमंत्री ने भी इस अभियान की सराहना की है।