जबलपुर (हि.स.)। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव डी पी आहुजा ने मंगलवार को जबलपुर प्रवास के दौरान यहाँ दमोहनाका से मदनमहल तक बन रहे प्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की गुणवत्ता की सराहना की तथा इसे अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव आहूजा फ्लाई ओवर के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के लिए मंगलवार को भोपाल से जबलपुर पहुँचे थे। ढाई से तीन घण्टे तक चले निरीक्षण के दौरान उन्होंने फ्लाई ओव्हर के मदनमहल रेलवे स्टेशन के ऊपर बन रहे केवल स्टे ब्रिज का जायजा भी लिया और इसके तकनीकी पहलुओं को जाना। इसके साथ ही फ्लाईओव्हर के दमोहनाका एक्स्टेंशन के कार्य का भी उन्होंने निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग जबलपुर क्षेत्र के मुख्य अभियंता एस सी वर्मा ने उन्हें बताया कि केंद्रीय सड़क निधि से स्वीकृत 6.85 किलोमीटर लंबा यह फ्लाई ओवर प्रदेश का सबसे लंबा फ्लाई ओवर है। इस फ्लाईओव्हर के दमोहनाका से मदनमहल तक के हिस्से का 95 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है, जबकि दमोहनाका एक्स्टेंशन का 50 फीसदी निर्माण कार्य कम्प्लीट हो गया है।
प्रमुख सचिव को बताया गया कि मदनमहल रेलवे स्टेशन पर फ्लाई ओवर के निर्माणाधीन 385.5 मीटर लंबे केवल स्टे ब्रिज का 193.5 मीटर हिस्सा रेलवे लाइन के ऊपर बनाया जा रहा है। रेलवे लाइन के ऊपर देश का सबसे लंबा केवल स्टे ब्रिज होगा। इसका लगभग 80 फीसदी निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। रेलवे लाइन के ऊपर केवल 40 मीटर का निर्माण कार्य शेष रह गया है। केवल स्टे ब्रिज के निर्माण में रेलवे से पूरा सहयोग प्राप्त हो रहा है।
प्रमुख सचिव ने केवल स्टे ब्रिज के निर्माण में अपनाई जा रही तकनीक को एक मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि जबलपुर में बन रहा फ्लाईओवर गुणवत्ता और तकनीकी के लिये देश भर में जाना जायेगा। उन्होंने दमोहनाका चौक पर फ्लाईओव्हर एक्स्टेंशन के सेगमेंट निर्माण के निरीक्षण दौरान कांट्रेक्टर को वर्क प्लान के मुताबिक निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिये तथा विभाग के अधिकारियों को निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने कहा।
प्रमुख सचिव के फ्लाईओवर के निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण यंत्री गोपाल गुप्ता, कार्यपालन यंत्री शिवेंद्र सिंह, कार्यपालन प्रदीप पड़वार, परियोजना यंत्री निर्मल श्रीवास्तव एवं प्रमेश कोरी, परियोजना उपयंत्री इन्द्रपाल परते, टीम लीडर श्रीनिवास राव, जनरल मैनेजर एनसीसी श्रीहरी राजू, विजय कुमार मिश्रा कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर भी मौजूद थे।