भोपाल (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत ने शुक्रवार को जबलपुर प्रवास के दौरान महाकोशल प्रांत के 60 से अधिक प्रचारकों की बैठक में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें और काटेज उद्योगों के सामान को प्रोत्साहित करें। उन्होंने प्रचारकों से भारतीय परिवार व्यवस्था और पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने की भी अपील की।
सर संघचालक डॉ भागवत गुरुवार देर शाम चित्रकूट से चार दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे थे। उन्होंने रात्रि विश्राम केशव कुटी में किया। वे 11 नवंबर दोपहर तक जबलपुर रहेंगे। इसके बाद सड़क मार्ग से नागपुर के लिए रवाना होंगे। अपने प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को डॉ भागवत ने महाकोशल प्रांत के प्रचारकों की बैठक ली। उन्होंने अलग-अलग प्रकल्पों और संगठनों से जुड़े हुए लोगों के साथ चर्चा की।
इस अवसर पर उन्होंने प्रचारकों से भारतीय परिवार व्यवस्था और पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देने की भी अपील की, जो पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव से कमजोर पड़ते जा रहे हैं। उन्होंने परिवार की अवधारणाओं और मूल्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया। सरसंघचालक डॉ भागवत ने प्रचारकों को प्लास्टिक बैग्स के उपयोग को हतोत्साहित करने और बिजली के अपव्यय को रोकने की दिशा में काम करने का निर्देश दिया। शाम को उन्होंने रामपुर में एक कॉलेजियन के सदस्यत्व वाली संघ की शाखा का दौरा भी किया।
गौरतलब है कि डॉ भागवत जबलपुर प्रवास के दौरान संघ कार्यालय केशव कुटी में तीन दिन तक प्रांत के सभी प्रचारकों के साथ विभिन्न स्तर पर बैठक करेंगे। इसमें जीवनशैली को स्वदेशी बनाने समेत कई मुद्दों पर चिंतन किया जाएगा। इसके अलावा संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर मंडल स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी। उनके जबलपुर प्रवास को लेकर सुरक्षा के लिहाज से पांच जोन बनाए गए हैं। एएसपी स्तर के पांच अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है।