Tuesday, November 5, 2024
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एमपी के कई जिलों में हुई बारिश, मुरैना-दतिया में गिरे ओले

भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में शुक्रवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया। शाम को भोपाल-जबलपुर समेत प्रदेश के जिलों में तेज आंधी-तूफान के बारिश हुई। इसके साथ ही मुरैना, शिवपुरी और दतिया जिले के कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। इस बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से खेतों में पककर तैयार खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है। हालांकि, आधे प्रदेश में गर्मी की तीखे तेवर देखने को मिले।

भोपाल में सुबह से हल्के बादल छाए रहे, लेकिन शाम करीब सात बजे तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश शुरू हो गई। देर रात भी भोपाल में जमकर पानी बरसा। इसके अलावा शाम को जबलपुर, सागर, टीकमगढ़, ग्वालियर, रतलाम, छिंदवाड़ा और मंदसौर में धूप के बाद बारिश हुई तो शिवपुरी, मुरैना और दतिया में शाम को ओले गिरे। सीहोर में तेज आंधी के बाद पानी गिरा। छिंदवाड़ा में भी शाम को तेज हवा के साथ बारिश हुई।

मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं से आ रही नमी की वजह से बादल छाने लगे हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। इस तरह की स्थिति शनिवार को भी बनी रह सकती है। शुक्रवार को प्रदेश में दो तरह का मौसम दिखा। प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने रहने के बावजूद तपिश बरकरार रही। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे अधिक 42.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दमोह में दर्ज किया गया, जबकि देश के सबसे गर्म शहरों में यह दूसरे नंबर पर रहा। दमोह, सतना, सीधी, टीकमगढ़, उमरिया, गुना और नर्मदापुरम में रातें भी गर्म रहीं। दमोह, मंडला, सतना, टीकमगढ़, गुना एवं शिवपुरी में लू भी चली।

वहीं, शुक्रवार को शाम तक सागर में चार, निवाड़ी में 2.5, ग्वालियर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। मुरैना में ओले गिरे। मौसम की मार ने वहां किसानों की मेहनत बर्बाद कर दी, खेतों में कटने को तैयार खड़ी फसल चादर की तरह बिछ गई। आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से अंबाह, दिमनी, खड़ियाहार व माता बसैया क्षेत्र के 15 से ज्यादा गांवों में गेहूं, सरसों और चना की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। कई गांवों में गेहूं की फसल को 80 फीसद से ज्यादा नुकसान माना जा रहा है।

दतिया जिले के उनाव व पिपरौआ में चने के आकार के ओले गिरने की खबर है। इस बीच भिंड जिले में दबोह क्षेत्र के अंधियारी गांव में फसल की कटाई करते समय आंगनबाड़ी सहायिका जयदेवी सविता पत्नी नाथू सविता पर आकाशीय बिजली गिर गई। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दतिया, टीकमगढ़ और छतरपुर में बारिश तो भिंड में बूंदाबांदी की सूचना है। राजगढ़ में भी बूंदाबांदी हुई।

भोपाल में भी शाम को अलग-अलग स्थानों पर हल्की बौछारें पड़ीं। देर रात तक यहां बारिश होती रही। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शनिवार को सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। रविवार को भी बादल बने रह सकते हैं।

भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ प्रकाश ढवले ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कारण हवाओं से आ रही नमी की वजह से बादल छाने लगे हैं, साथ ही कहीं-कहीं बारिश भी हो रही है। वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ ईरान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में मौजूद है। इसके असर से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में मध्य से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के असर से मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है।

शुक्रवार को देश के सबसे गर्म महाराष्ट्र का अकोला शहर रहा, जहां अधिकतम तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दूसरे नंबर पर 42.5 डिग्री सेल्सियस के साथ मध्य प्रदेश का दमोह शहर रहा। वहीं, तीसरे नंबर पर नांदयाल में 42.5 डिग्री सेल्सियस और चौथे नंबर पर करनूल शहर में 42.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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