गुरू पूर्णिमा के पावन अवसर पर सभी शोधार्थियों द्वारा अपने अनुभवों का संकलन डॉ रीना जैन के कुशल संयोजन तथा डॉ शीला अग्रवाल के सहयोग से संकलित एवं लिपिबद्व पुस्तक ‘सारथी’ का विमोचन कार्यक्रम डॉ कपिलदेव मिश्र कुलपति रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर की अध्यक्षता एवं प्रोफेसर भूपेन्द्र निगम की मुख्य आतिथ्य में संपन्न किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत गुरू वंदना एवं भूपेन्द्र निगम के जीवन दर्शन परिचय के साथ प्रारंभ हुई। मंच पर माननीय कुलपति डॉ कपिलदेव मिश्र द्वारा भूपेन्द्र निगम के सर्वभूत हित रतः, सर्व जन सुखाय सर्वजन हिताय, विद्या वही जो मुक्ति प्रदान करे, दुख को सुख में बदल दे, बेरोजगारी को रोजगारयुक्त कर दे को चरितार्थ कर उनके व्यक्तित्व की महिमा की। शोधार्थियों के सारथी का सही मायने में गुरूता का महत्व बताते हुए शतायु स्वस्थ्य जीवन की शुभकामनाएं प्रदान की गयीं।
कार्यक्रम में श्रीमति उषा भूपेन्द्र निगम, डॉ दामोदर जैन, डॉ निवेदिता पाल, डॉ निखिलेश निगम, डॉ शांता राव, जस्टिस अखिल श्रीवास्तव, डॉ अभय श्रीवास्तव एवं अन्य लगभग 400 शोधार्थियों ने सम्मिलित होकर प्रोफेसर भूपेन्द्र निगम के सानिध्य के अपने शोध व अनुभव साझा किये।
कृति के प्रकाशन का उददेश्य प्रोफेसर निगम की परंपरा का केवल प्रतिनिधित्व करना ही नही वरन् आने वाली पीढी को ऐसे व्यक्तित्व को जानने , समझने का अवसर भी प्रदान करना था। यह सच्चे अर्थों में एक व्यक्ति के साधारण से असाधारण होने की यात्रा है।
यह कृति वैश्विक स्तर पर समस्याओं की समाधान हेतु कालजयी बनकर भावी पीढी को मार्ग प्रशस्त करती रहेगी। उनके अनुभव सीधे हृदय से प्रस्तुति और समृद्व करने वाले विचार तथा प्रभावशाली उदाहरण संदेश गहराई तक ले जाते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉ रीना जैन एवं आभार डॉ शीला अग्रवाल द्वारा किया गया।