एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा अपने प्रत्येक अभियंता व कार्मिक को साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण देने के द्वितीय व तृतीय चरण की आज से शुरुआत हो गई। यह प्रशिक्षण ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरीकों से दिया जा रहा है। पावर मैनेजमेंट कंपनी के 273 अभियंता व कार्मिक इस प्रशिक्षण से लाभान्वित होंगे।
डिजिटल सुरक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित करना
मुख्य महाप्रबंधक सूचना प्रौद्योगिकी रीता खेत्रपाल ने जानकारी दी कि साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पावर मैनेजमेंट कंपनी के कार्मिकों के लिए विशेष साइबर सुरक्षा जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय व तृतीय चरण का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दैनिक जीवन में साइबर धोखाधड़ी और घोटाले के विभिन्न तरीकों और इन धोखाधड़ी के खिलाफ सुरक्षा व सावधानियों के बारे में जागरूक करने के लिए है।
व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा क्यों जरूरी है
प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक व समन्वयक सिस्ट्म एनालिस्ट संदीप घोष ने जानकारी दी कि साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों के द्वारा संचालित सत्रों में कार्मिकों को साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में ज्ञानार्जन करने का मौका मिलेगा। इसमें व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा, ऑनलाइन फिशिंग, मैलवेयर और वायरस से बचाव, सोशल मीडिया पर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े हमले, डेटा और डिवाइस हैकिंग के तरीकों पर चर्चा भी की जाएगी। साइबर अपराधों के खिलाफ सुरक्षित रहने के लिए क्या तरीके अपनाने चाहिए इसका सैद्धा़ंतिक व व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
इंटरनेट के उपयोग में क्या सावधानी रखें
साइबर सुरक्षा के विषय में विशेषज्ञ ने कहा कि आजकल डिजिटल युग में हर कोई इंटरनेट का उपयोग कर रहा है, लेकिन सुरक्षित रूप से इस्तेमाल करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्मिकों को सुरक्षित रहने के लिए जरूरी जानकारी प्रदान करेगा ताकि सभी साइबर खतरों के खिलाफ सक्षम हो पाएं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान साइबर सुरक्षा के मुद्दों पर संवाद कर व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए सबसे अच्छे अभ्यासों से अवगत करवाया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि पावर मैनेजमेंट कंपनी के कार्मिक साइबर सुरक्षा के मामले में समर्थ बने और डिजिटल जगत में सुरक्षित रहें।