शहडोल (हि.स.)। एएसआई हत्याकांड में दो पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच किया गया है। इसके पहले ब्यौहारी थाना के टीआई मुन्नालाल रहंगडाले को अटैच किया गया था। एसपी कुमार प्रतीक ने बुधवार को बताया कि जांच में आरक्षक मलिककंठ भट्ट और आरक्षक अहमद रजा की भूमिका संदिग्ध मिली है। इस कारण दोनों को लाइन अटैच किया गया है। जांच अभी जारी है।
बताया गया कि दोनों आरक्षक एक ही थाना में लगभग पिछले 7 सालों से पदस्थ थे। जिस कारण भी इनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। खनन माफिया ने ब्यौहारी थाना में पदस्थ महेंद्र बागरी को ट्रैक्टर से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था।
7 साल से एक ही थाने में पदस्थापना
ब्यौहारी थाना क्षेत्र में रेत का अवैध खनन पिछले कई दशकों से चल रहा है। दोनों पुलिसकर्मियों का एक ही थाना में पिछले 7 साल से जमे रहना कई सवाल खड़े कर रहा है। एएसआई की मौत के बाद अधिकारी लगातार मामले की जांच में जुटे हैं। पिछले 7 सालों से एक ही थाना में जमे होने के कारण आरक्षक मलिककंठ और अहमद रजा की पूरे क्षेत्र में अवैध कारोबारियों के साथ संलिप्तता बन गई थी। अवैध खनन से लेकर अन्य अवैध कारोबार में दोनों आरक्षक पुलिस के लिए लाइजनिंग का काम करते थे। पुलिस की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि दोनों पुलिसकर्मी अवैध रेत के खनन और परिवहन के लिए पूरे क्षेत्र में अवैध वसूली करते थे। इसके लिए टीआई ने भी उन्हें खुली छूट दे रखी थी। स्थानीय लोगों ने दोनों पुलिसकर्मियों की शिकायत कई बार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की थी।
क्या है मामला
बीते रविवार की रात खनन माफिया ने ब्यौहारी थाना में पदस्थ एएसआई महेंद्र बागरी के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ाकर हत्या कर दी थी। एएसआई अपने 2 अन्य पुलिसकर्मियों के साथ स्थायी वारंटी पकड़ने सूखा गांव की तरफ गए थे तभी यह हादसा हो गया था। इस मामले में पुलिस में सभी 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।