बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्कार आंदोलन के चलते बिजली कंपनियों के मुख्यालय शक्ति भवन में सन्नाटा पसरा हुआ है। सुबह से ही कोई अधिकारी व कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंचा है।
वहीं मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के भी कार्य बहिष्कार आंदोलन में शामिल होने से विद्युत व्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा गई है। जिन उपभोक्ताओं के घरों में विद्युत व्यवधान के कारण बिजली गुल हो गई है, वे परेशान हैं और बार-बार शिकायत केंद्रों में फोन लगा रहे हैं।
विद्युत शिकायतों का निराकरण नहीं होने से प्रदेश की तीनों विद्युत वितरण कंपनियों के कॉल सेंटर्स में पेंडिंग शिकायतों का अंबार लगता जा रहा है। वहीं आज राजस्व वसूली भी पूरी तरह से ठप्प रही और मेंटेनेंस से संबंधित कोई काम नहीं हुए।
यूनाइटेड फोरम के संयोजक व्हीकेएस परिहार ने कहा कि जैसा कि आप सभी को विदित है कि मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एंड इंजिनियर्स कल दिनांक 1 नवंबर 2021 से अपनी पांच मांगों के लिए अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने जा रहा है।
जैसा कि अभी फेसबुक लाइफ में मेरे द्वारा सभी को संबोधित करते हुए यह भी बताया गया था कि 10:30 बजे एमडी विवेक पोरवाल साहब द्वारा इन मुद्दों पर चर्चा हेतु वार्ता के लिए बुलाया गया है। लेकिन अभी लगभग 9:45 पर एमडी विवेक पोरवाल साहब द्वारा बात की गई एवं उनके द्वारा यह कहा गया कि इस आंदोलन को स्थगित करने के बाद ही वार्ता संभव है।
इसमें मेरे द्वारा निवेदन किया गया कि सर बिना किसी चर्चा के और बिना किसी निर्णय के आंदोलन स्थगित करना संभव नहीं है, इसलिए उनके द्वारा कल होने वाली वार्ता को स्थगित कर दिया है। अतः सभी से अनुरोध है कि कल का हमारा असहयोग आंदोलन पूर्व अनुसार था एवं रहेगा।