भोपाल (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे मंगलवार को 47वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 20 अधिकारियों की टीम 53 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।
ज्ञानव्यापी की तर्ज पर चल रहे भोजशाला के एएसआई सर्वे के दौरान मंगलवार को मजदूरों की संख्या बढ़ाकर 53 कर दी गई। इससे खोदाई कार्य में तेजी आई है। मंगलवार होने के कारण सुबह हिंदू समाज द्वारा यहां पूजा-पाठ की गई और दोपहर के बाद सर्वे टीम ने गर्भगृह में चिन्हित 18 स्थानों के खंडों में खुदाई के साथ मिट्टी हटाने का काम किया। इस स्थान पर चार दीवारों की संरचना मिली थी। वहीं, यज्ञ कुंड के पास भी खुदाई का काम हुआ है। इसके साथ ही भोजशाला के गर्भगृह में वीडियोग्राफी के साथ फोटोग्राफी भी गई है। टीम द्वारा भोजशाला के भीतरी परिसर में रखें स्तंभ व शिलालेख की विशेष फोटोग्राफी की गई है। वहीं कमाल मौलाना दरगाह के पास की दीवार से मिट्टी हटाने का काम भी किया गया।
बता दें कि मंगलवार को भोजशाला में हिंदू समाज के लोग पूजा-अर्चना और हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। आज भी मंगलवार होने के कारण हिंदू समाज के लोगों ने भोजशाला में सत्याग्रह के साथ पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ किया। सुबह से ही हिंदू समाज की महिलाओं का आना शुरू हो गया था। भोजशाला के गर्भगृह में वाग्देवी (सरस्वती देवी) का चित्र रखकर हिंदू समाज ने पूजा अर्चना के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। सुरक्षा की दृष्टि से सभी को जांच के बाद भोजशाला के अंदर प्रवेश दिया गया। पूजा-पाठ के बीच एएसआई की टीम ने अपना सर्वे जारी रखा।
सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि भोजशाला में मंगलवार को गर्भगृह के सामने की ओर बनाए गए सभी सेक्टरों में काम प्रारंभ हुआ है। खुदाई के अलावा क्लीनिंग, ब्रशिंग के साथ वीडियोग्राफी का काम हुआ है। दक्षिण, पश्चिम में मिट्टी हटाने का काम किया गया। उत्तर पूर्व के कोने से भी मिट्टी हटाई गई है। आने वाले समय में मशीनों का उपयोग बढ़ेगा।
वहीं, मुस्लिम पक्षकार अब्दुल समद ने बताया कि आज डेली रूटीन का काम हुआ है। पश्चिम और दक्षिणी भाग में तीनों तरफ लेबलिंग का काम किया गया। स्मारक से भी मिट्टी हटाई गई है। दरगाह परिसर में आज किसी वजह से काम नहीं हो पाया। आज किसी भी तरह के कोई अवशेष प्राप्त नहीं हुए हैं। मिट्टी हटाने का काम तेजी से चल रहा है। मॉन्यूमेंट्स की रिपेयरिंग का काम कल पूरा हो गया है। एक दीवार और बची है।