Thursday, October 24, 2024
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खेल प्रशिक्षकों को भी सामान्य शिक्षकों की तरह मिलेगी पदोन्नति: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के युवा खिलाड़ियों की एशियाड और ओलम्पिक खेलों में अर्जित उपलब्धियां सराहनीय हैं। खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रबंधन को बेहतर बनाते हुए राज्य सरकार प्राप्त सुझावों एवं प्रस्तावों को मान्य करते हुए उन पर अक्षरश: अमल करेगी। खिलाड़ियों के कोच अर्थात खेल प्रशिक्षक भी सामान्य शिक्षकों की तरह पदोन्नति के पात्र होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में खेल भी पाठ्यक्रम का हिस्सा है। उदीयमान खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर (मिंटो हॉल) में राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कार प्राप्त समस्त खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारतीय संस्कृति में खेलों का विशेष स्थान है। प्राचीन काल में होने वाले स्वयंवर में तींरदाजी जैसी गतिविधि को स्थान प्राप्त था। स्वामी विवेकानंद जी युवाओं के लिए खेल आवश्यक मानते थे। उन्होंने उस कठिन समय में शिकागो में विश्व धर्म सम्मेलन में अपनी बात रखी, जब भारत को दकियानूसी लोगों और सपेरों का देश कहा जाता था। वास्तविकता यह है कि भारत की संस्कृति की ऊंचाइयां हिमालय की ऊंचाइयों से भी बढ़कर हैं। आज प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में हम चंद्रयान से गगनयान तक पहुंच रहे हैं। हमारे यान सूर्य देव (आदित्य) तक भी पहुंच सकते हैं। इक्कीसवीं सदी भारत की होगी, यह कोई कल्पना नहीं है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के कार्य को गौरवशाली बताते हुए कहा कि भगवान राम आदर्श पुत्र, आदर्श पिता और आदर्श शासक थे। उनका प्रकृति के प्रति सम्मान था। वनवासियों और मनुष्यों के साथ वन्य प्राणियों के प्रति भी प्रेम था। भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को जहाँ स्वामी विवेकानंद ने विश्व तक पहुंचाया, वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी प्रत्येक कार्य से अमिट छाप छोड़ रहे हैं। उन्होंने कोविड वैक्सीन, देशवासियों के साथ ही अन्य देशों तक भी नागरिकों की जीवन रक्षा के लिए पहुंचाने का कार्य किया। हाल ही में उन्होंने लक्षद्वीप जाकर यात्रा को ऐतिहासिक बनाया। यहाँ पर पर्यटन की असीम संभावनाओं को साकार किया जा सकेगा। इसी माह विश्व के अन्य स्थानों पर पर्यटन के लिए जाने वाले लोग अपनी यात्रा निरस्त कर लक्षद्वीप जाने लगे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवा उद्यमियों का सम्मान किया। इन प्रतिभाशाली युवाओं में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से सम्मानित साक्षी भारद्वाज, संतूर वादन में आकाशवाणी से सम्मानित निनाद अधिकारी, लेखन के क्षेत्र में ईशान शुक्ला और शिल्पकला के क्षेत्र में दीपांशी वाजपेयी शामिल हैं। कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हुई स्पर्धाओं के पदक विजेता खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का सम्मान भी किया गया। इन खिलाड़ियों में पैरा-केनो खेल में अजुर्न अवार्डी कु. प्राची यादव को एक करोड़ 50 लाख रूपए और एशियन गेम्स 2023 में घुड़सवारी में स्वर्ण पदक विजेता कु. सुदीप्ति हजेला को एक करोड़ रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने एशियन गेम्स 2023 के तीन रजत पदक विजेता खिलाड़ियों कु. नेहा ठाकुर (सेलिंग), कु. प्रीति रजक (शूटिंग) और कपिल परमार (जूडो) को 50-50 लाख रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की। पाँच अन्य खिलाड़ियों को 25-25 लाख रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। इनमें ‍द्रोणाचार्य अवार्डी शिवेन्द्र सिंह (हॉकी) और एशियन गेम्स 2023 के चार कांस्य पदक विजेता शामिल हैं। कांस्य पदक विजेता खिलाड़ियों में अर्जुन सिंह (क्याकिंग-केनोइंग), मनीष कौरव (पैरा केना), सुश्री रूबीना फ्रांसिस (पैरा शूटिंग) और गजेन्द्र सिंह (पैरा केनो) शामिल हैं। इसके अलावा हॉकी में अजुर्न अवार्डी कु. सुशीला चानू को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अनेक पूर्व खिलाड़ी और कोच उपस्थित थे। इनमें दलवीर सिंह, समीर दाद, शिवेंद्र सिंह, मनोज झा, पी.एन. प्रकाश, भगवान सिंह आदि शामिल हैं।

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