खंडवा (हि.स.)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुड़ीखेड़ा वनपरिक्षेत्र में जंगल में हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए गई जिला प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम पर शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। अचानक हुए इस हमले में चार कर्मचारी घायल हो गए हैं। इनमें डिप्टी रेंजर का सिर फूट गया। पथराव में जेसीबी वाहनों के कांच भी फूट गए। वन अमले को जान बचाकर भागना पड़ा।
दरअसल, वन विभाग की टीम गुड़ीखेड़ा वनपरिक्षेत्र में जंगल में गुरुवार से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही है। शुक्रवार को कार्रवाई का दूसरा दिन था। यहां वन विभाग की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लोगों ने फसल उगा ली थी, जिसे रौंदने के लिए वन विभाग की टीम शुक्रवार को कल्टीवेटर लगे 10 ट्रैक्टर भी लेकर पहुंची थी। सुबह से वन अमले ने खेतों को उजाड़ना शुरु किया। इस दौरान भिलाईखेड़ा में महिलाओं ने विरोध शुरु कर दिया। टीम के सामने महिलाएं विरोध में बैठ गईं। महिलाओं का कहना था कि ये राजस्व की जमीन है और इसके हमारे पास पट्टे हैं। महिलाओं को अधिकारी समझाइश दे रहे थे। इसी बीच स्थानीय लोगों ने टीम पर पथराव शुरू कर दिया।
भारी विरोध और पथराव के बीच पुलिस और वन कर्मी जान बचाकर उल्टे पांव भागे। पथराव के कारण मौके पर अफरा-तफरा मच गई। अतिक्रमण हटा रही कुछ जेसीबी के कांच फूट गए, चार पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। घायलों को पहले गुड़ी उपस्वास्थ्य केंद्र लाया गया। यहां से एक घायल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पथराव के बाद फिलहाल वन विभाग ने यहां कार्रवाई रोक दी है।
डीएफओ राकेश कुमार डामोर ने बताया कि फिलहाल कार्रवाई रोक दी है। करीब 90 से 100 हेक्टेयर जंगल से अतिक्रमण हटाया गया था। दोपहर में पास ही की बीट क्र. 749 में पहुंचे थे। इस दौरान महिलाओं ने विरोध शुरु कर दिया और पथराव हो गया। जिसमें घायलों को चोट आई है, उनका उपचार करवाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास पट्टे के कागज है, इसकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि गुरुवार को वन विभाग ने नाहरमाल, टाकलखेड़ा के जंगल में कार्रवाई की थी। इस दौरान सुबह 8 बजे से रात के 9 बजे तक जेसीबी मशीनों से खुदाई की गई। करीब एक हजार हेक्टेयर जंगल को अतिक्रमण से मुक्त कराया था। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी मनोज कुमार राय भी मौके पर पहुंचे थे। जंगल में खेत बनाकर बोई फसल को नष्ट किया गया। अतिक्रमणकारियों के मूवमेंट की सूचना मिलने पर ड्रोन से सर्चिंग की गई थी।