Thursday, October 17, 2024
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बिजली विभाग की सौभाग्य योजना में धांधली की आशंका, ठेकेदारों ने खंबे लगाकर छोड़े

अनूपपुर (हि.स.)। अनूपपुर जिले में विद्युत विभाग और ठेकेदार की मिली भगत से एक गाँव की आधी आबादी को पिछले दस साल से मुफ्त बिजली मिल रही है। इस गाँव के चंद लोगों ने विधिवत कनेक्शन ले रखा है और वे बिजली का बिल जमा करते हैं। लेकिन बाकी लोगों ने विभाग की मिलीभगत से स्वयं से तार खींच कर (कटिया लगाकर) घरों को रोशन कर रखा है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला अन्तर्गत पुष्पराजगढ़ के ग्राम करपा के सरईपतेरा एक वार्ड भैंसानटोला में ट्रांसफॉर्मर से लेकर आबादी तक बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन 10 साल से आज तक इनमें बिजली का तार नहीं लगाया गया है। इसके कारण यहाँ के सभी घरों में व्यक्तिगत तार खींच कर (कटिया लगाकर) लोगों द्वारा बिजली का उपयोग किया जा रहा है।

गाँव के कुछ जागरूक ग्रामीणों की शिकायत है कि कई बार खंभों में तार लगवाने की मांग की गयी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बताया गया कि ठेकेदार ने खंभे तो लगा दिये लेकिन बिना केबल खींचे ही चला गया। हो सकता है कि कार्य पूर्णता दर्शा कर अंतिम भुगतान भी कर दिया गया हो। यह तो जांच उपरांत ही पता चलेगा। आरोप है कि स्थानीय विद्युत कर्मचारी हर महीने अवैध वसूली कर रहे हैं। यहां दुर्घटना की हमेशा आशंका बनी रहती है।

ज्ञात हो कि 16 अक्टूबर को जैतहरी के ग्राम लहसुना में आयोजित संभागीय शिविर में संभागायुक्तह श्रीमन शुक्ला, कलेक्टर हर्षल पंचोली, विधायक के साथ विद्युत विभाग का स्टाल भी लगाया गया था। वहाँ इसकी सूचना देने की कोशिश की गयी। वहाँ उपस्थित विभाग के अधिकारियों ने यह कहते हुए सूचना स्वीकार नहीं की कि यह पुष्पराजगढ या करपा का शिविर नहीं है। इसके बाद सोशल मीडिया के माध्यम से कलेक्टर और डीई एमपीईबी को इसकी पूरी जानकारी प्रदान की गयी है।

विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री अरुणेंद्र मौर्या ने बताया कि सौभाग्य योजना अंतर्गत कई ग्रामों में बिजली की खंबे लगाए गए थे, किंतु योजना बंद हो जाने का ठेकेदारों ने काम छोड़ दिया था, इसके बाद से इस पर काम नहीं हो सका। हम प्रयास कर रहे हैं कि इन ग्रामों में किसी योजना से जोड़कर ग्रामीण तक विद्युत पहुंचाई जा सके।

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