WCRMS से निलंबित भटनागर पिता-पुत्र ने संघ कार्यालय का ताला तोड़ जमाया जबरन कब्जा, पुलिस थाने में मामला दर्ज

भारतीय रेलवे से 24 वर्ष पूर्व रिटायर्ड तानाशाह नेता डॉ आरपी भटनागर व उनके पुत्र जो कि रेलवे में किसी पद पर कार्यरत नहीं होने के बावजूद संघ में अंगद की तरह जमे होने के कारण निलंबन होने के बाद भी संघ से हटने का नाम नहीं ले रहे, जबकि संघ कार्यकर्ताओं में तथा रेल कर्मचारियों में भटनागर एण्ड सन्स का भारी विरोध है।

ज्ञात हो कि विगत दिवस रेलवे मज़दूर संघ की सर्वोच्च वर्किंग कमेटी की बैठक में 112 में से 79 सदस्यों ने एक मत होकर संघ अध्यक्ष डॉ भटनागर व उनके पुत्र को कार्यकारी अध्यक्ष पद से निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके पश्चात संवैधानिक तौर पर दोनो के अधिकार छीन लिए गए थे।

इसके बाद आज शुक्रवार को सुबह संघ के महामंत्री अशोक शर्मा द्वारा कार्यालय खोलने के लिए पहुँचने से पूर्व ही वायुयान से मुम्बई से जबलपुर आए निलंबित भटनागर पिता-पुत्र ने जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नंबार-1 के बाहर स्थित संघ कार्यालय का ताला तोड़कर जबरन आधिकृत रूप से कब्जा जमा लिया।

संघ के महामंत्री अशोक शर्मा ने बताया कि कार्यालय पर अवैध कब्जा जमाने की जानकारी मिलते ही उन्होंने अपने सैकड़ों साथियो के साथ सिविल लाइन पुलिस थाने मे आरोपित भटनागर पिता-पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया कि कार्यालय में रखी नकदी, कर्मचारियों को देने वाले कीमती जरूरी सामान महत्वपूर्ण दसतावेजों को हड़प लिया।

उन्होंने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की। तत्पश्चात् संघ पदाधिकारी महाप्रबंधक व अन्य आला अधिकारियो से मिले। इस दरम्यान संघ कार्यकर्ताओ ने निलंबित पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर आकोश जताया ।

इस दौरान संघ के मंडल अध्यक्ष एसएन शुक्ला, मंडल सचिव डीपी अग्रवाल, संयुक्त महामंत्री सतीश कुमार, श्यामकला श्रीवास्तव, संदीप श्रोती, धीरू मिश्रा, मंदीप सिंह, अनिल चौबे, आरए सिंह, रिन्कू गुप्ता, हर्ष वर्मा, रोशन यादव, जेपी मीना, दीपक केसरी, तरुण बत्रा, ओपी चौकसे, संतोष त्रिवेणी, मंतोष कुमार आदि उपस्थित रहे।