मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यापक प्रकोष्ठ के प्रांतीय संयोजक मुकेश सिंह ने जारी विज्ञप्ति में बताया की मध्य प्रदेश के अन्य जिलों मे कक्षा दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में वरिष्ठ अध्यापकों को केन्द्राध्यक्ष बनाया जाता है, किंतु जबलपुर जिले में वरिष्ठ अध्यापकों को केन्द्राध्यक्ष बनाने में भेदभाव किया जाता है।
जबकि निर्वाचन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में वरिष्ठ अध्यापको को महत्वपूर्ण पीठासीन अधिकारी की जिम्मेदारी सौंपी जाती है। फिर जबलपुर जिले में बोर्ड परीक्षाओं में अध्यापको के साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में वरिष्ठ अध्यापको के मन में भारी आक्रोष व्याप्त है।
संघ के मुकेश सिंह, आनंद रैकवार, नितिन अग्रवाल, महेश कोरी, तरूण पंचोली, राकेश दुबे, मनीष लोहिया, प्रणव साहू, विष्णु पाण्डेय, श्याम नारायण तिवारी, मनोज सेन, मोहम्मद तारिक, वीरेन्द्र सोनी, विनय नामदेव, गणेश उपाध्याय, प्रियांसु शुक्ला, सुदेश पांडेय, संतोष तिवारी, सतीश पटैल आदि ने मांग की है कि वर्ष 2020-21 की दसवीं, बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं में वरिष्ठ अध्यापको को भी केन्द्राध्यक्ष बनाया जाये।