मध्यप्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में आज 13 नवंबर को रामपुर स्थित मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष मुख्य अभियंता जबलपुर क्षेत्र केएल वर्मा को आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों की लंबित समस्याओं का निराकरण करने एवं मैदानी बिजली अधिकारियों की प्रताड़ना के विरोध में 24 बिंदुओं का ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया गया है कि आउटसोर्स, संविदा एवं नियमित कर्मचारियों को जमीनी अधिकारी मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं, ड्यूटी की समयावधि 8 घंटे से ज्यादा कार्य कराते हैं, अनावश्यक परेशान किया जाता है, अवकाश के दिन बिना लिखित आदेश के बुलाते हैं। अवकाश के दिन कार्य कराने के बाद दोगुनी दर से वेतन ही नहीं देते हैं। एक्स्ट्रा वेजेस, नाइट अलाउंस नहीं देते, ड्यूटी करने के बाद समय पर पारिश्रमिक नहीं देते हैं। 33*11 केवी सब-स्टेशनों के लिए परीक्षण सहायकों की भर्ती पूर्व क्षेत्र कंपनी प्रबंधन के द्वारा की गई थी, परीक्षण सहायकों से मूल कार्य न कराते हुए बाबू का कार्य जा रहा है। मानव अधिकारों एवं श्रम नियमों की लगातार अवहेलना की जा रही है, जिसपर अंकुश लगाया जाए।
तकनीकी कर्मचारी संघ के मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, लखन सिंह राजपूत, शशि उपाध्याय, राजकुमार ध्रुव, दशरथ शर्मा, राजेश झरिया, जेपी त्रिपाठी, अमीन अंसारी, विनोद दास आदि ने मुख्य अभियंता को ज्ञापन पत्र सौंपकर मांग की है कि मैदानी बिजली अधिकारियों की अमानवीय और तानाशाहीपूर्ण कार्यप्रणाली पर अंकुश लगाया जाए।