मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना के तहत पिछले वर्ष जबलपुर नगर में तीन सीएम राईज स्कूल खोले गये थे, उक्त विद्यालयों में शासन स्तर से विषयवार पर्याप्त शिक्षक तथा सभी बुनियादीय सुविधाओं के साथ-साथ प्राचार्य एवं शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य जैसे, चुनाव, जनगणना, संकुल व्यवस्था, परीक्षा केन्द्राध्यक्ष, मुल्यांकन आदि समस्त गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखा गया था, ताकि सीएम राईज विद्यालयों को परीक्षा परिणाम बेहतर आ सके। किन्तु शासन द्वारा पर्याप्त सुविधा एवं योग्य शिक्षक उपलब्ध कराने के बाद भी सीएम राईज शास. उ.मा.वि. मेडीकल जबलपुर का बोर्ड परीक्षा कक्षा 10वीं एवं 12वीं का परीक्षा परिणाम सामान्य शासकीय विद्यालय से भी कम रहा। जो कि प्राचार्य की अक्षमता का प्रमाण है।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, आलोक अग्निहोत्री, दुर्गेश पाण्डे, बृजेश मिश्रा, वीरेन्द्र तिवारी, धनश्याम पटैल, चन्दु जाउलकर, विपिन शर्मा आदि ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री से मांग की है कि शासन की मंशा अनुरूप परीक्षा परिणाम न लाने वाले प्राचार्य सीएम राईज मेडीकल के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते उन्हें तत्काल पद से हटाया जाए।