मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के गांधीसागर जल विद्युत गृह की 23 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक पांच ने वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में 125 दिनों तक लगातार विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया। यह इकाई 4 नवम्बर 2022 से लगातार संचालित रहते हुए अभी तक 69.22 मिलियन यूनिट विद्युत कर चुकी है। इस दौरान यूनिट का प्लांट अबेविलिटी फेक्टर (पीएएफ) 100 प्रतिशत दर्ज हुआ।
इस विद्युत इकाई ने गत वित्तीय वर्ष में भी 2 नवम्बर 2021 से 2 अप्रैल 2022 तक 150 दिन सतत् उत्पादन करते हुए 73.33 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया था। उस दौरान यूनिट का प्लांट अबेविलिटी फेक्टर (पीएएफ) 100 प्रतिशत दर्ज हुआ था।
मंदसौर जिले के चम्बल नदी पर बना है गांधीसागर जल विद्युत गृह-गांधीसागर जल विद्युत गृह में 23 मेगावाट क्षमता की पाँच इकाईयां स्थापित हैं। इसकी इकाई क्रमांक 1, 2 व 3 19 नवम्बर 1960 को और इकाई क्रमांक 4 व 5 क्रमश: 16 अगस्त 1963 और 3 नवम्बर 1966 को क्रियाशील हुई थीं।
गांधीसागर जल विद्युत गृह की समस्त इकाइयां सितम्बर 2019 में आई बाढ़ में जल मग्न हो गई थीं। इसके पश्चात यूनिट क्रमांक 1 व 4 एवं 5 को सुधार कर क्रमशः 31 अक्टूबर 2020, 14 अप्रैल 2021 एवं 10 सितंबर 2020 को पुनः क्रियाशील किया गया। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2022-23 में तीनों यूनिटों द्वारा 9 मार्च 2023 तक 261.03 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया, जो विगत पाँच वर्षों मे सर्वाधिक है।
मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे एवं मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने गांधीसागर जल विद्युत गृह की इकाई क्रमांक पांच द्वारा लगातार विद्युत उत्पादन करने के रिकार्ड कायम करने पर हर्ष व्यक्त कर जल विद्युत गृह के समस्त अभियंताओं व कार्मिकों को बधाई दी है।